लखनऊ के हजरतगंज इलाके में CBI ऑफिस के बाहर सोमवार को एक सनसनीखेज हमला हुआ। एक 65 वर्षीय शख्स दिनेश मुर्मू ने गेट पर तैनात ASI वीरेंद्र सिंह पर तीर से वार कर दिया। वीरेंद्र सिंह को सीने में चोट आई और वो खून से लथपथ होकर अंदर भागे। हमले की ये पूरी घटना CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, जिसे देखकर लोग हैरान हैं।
वारदात के बाद दहशत और अफरा-तफरी
हमले के तुरंत बाद आरोपी दिनेश मुर्मू हाथ में धनुष-बाण लेकर CBI ऑफिस के अंदर घुस गया। वहां मौजूद लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। एक कर्मी ने साहस दिखाते हुए डंडे से मुर्मू पर हमला किया और उसे जमीन पर गिरा दिया। इसी बीच सुरक्षाकर्मियों ने उसे काबू में लिया और पुलिस को सौंप दिया।
हमले की वजह: 1993 की जांच से जुड़ी पुरानी रंजिश
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी दिनेश मुर्मू को लगता था कि उसका केस अभी भी CBI में चल रहा है। असल में, 1993 में रेलवे में भ्रष्टाचार से जुड़े एक केस की जांच ASI वीरेंद्र सिंह ने की थी, जिसमें मुर्मू दोषी पाया गया और उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। तभी से वह मानसिक तनाव में रहने लगा था।
आरोपी की मानसिक हालत ठीक नहीं लग रही
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी दिनेश मुर्मू मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत हो रहा है। वह पहले भी 2005 में दिल्ली में एक पुलिसकर्मी पर हमला कर चुका है और 2015 में जौनपुर स्टेशन पर GRP जवान से झगड़ा कर चुका है। उसकी हरकतों से लग रहा है कि वो लंबे समय से अपने केस को लेकर भ्रम में था।
पुलिस ने हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया
हजरतगंज थाने के प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हत्या की कोशिश की धाराओं में FIR दर्ज की गई है। फिलहाल वह पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। घायल ASI वीरेंद्र सिंह का इलाज अस्पताल में चल रहा है, उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

- लखनऊ के CBI ऑफिस पर एक शख्स ने धनुष-बाण से हमला कर ASI को घायल कर दिया।
- हमला करने वाला दिनेश मुर्मू 1993 के रेलवे केस में आरोपी रह चुका है।
- पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हुई, जिससे पुलिस को जांच में मदद मिल रही है।
- आरोपी की मानसिक हालत संदिग्ध लग रही है, पहले भी कर चुका है हमले।
- पुलिस ने हत्या की कोशिश का केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।