पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के उस दावे को सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने खारिज किया है, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान ने भारत के 4 राफेल समेत 6 विमान गिराए थे। अब इस बयान को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखे सवाल उठाए हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर चिंता जताई है। खड़गे का आरोप है कि ऑपरेशन सिंदूर जैसी अहम जानकारी देश को संसद या आधिकारिक तरीके से नहीं, बल्कि सिंगापुर में दिए इंटरव्यू से मिल रही है। उन्होंने रक्षा तैयारियों की स्वतंत्र समीक्षा और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
सीडीएस के बयान से मचा सियासी तूफान
जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के उस बयान को नकार दिया जिसमें कहा गया था कि उसके सुरक्षाबलों ने भारत के छह विमान मार गिराए हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना ने दुश्मन पर लंबी दूरी से हमला किया और पहले की गलती को सुधारा। इस बयान के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया।
खड़गे ने उठाए कई बड़े सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया पर पूछा कि इतनी बड़ी सैन्य कार्रवाई के बारे में देश को आधिकारिक तौर पर क्यों नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि ये सवाल तभी पूछे जा सकते हैं जब संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। खड़गे ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वो देश को गुमराह कर रही है और धीरे-धीरे सच सामने आ रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर विवाद
खड़गे ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले चरण की जानकारी CDS के इंटरव्यू से मिली, ये स्थिति असामान्य है। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर की पुष्टि को शिमला समझौते का उल्लंघन बताया और कहा कि भारत सरकार को इस पर सफाई देनी चाहिए, लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं।
रक्षा समीक्षा की मांग और जवानों की बहादुरी
खड़गे ने कहा कि भारतीय वायुसेना के जवानों ने जान जोखिम में डालकर बहादुरी दिखाई, कुछ नुकसान भी हुआ, लेकिन सरकार ने इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। उन्होंने मांग की कि रक्षा तैयारियों की समीक्षा कारगिल समीक्षा समिति की तर्ज पर एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति से कराई जाए।
जयराम रमेश ने कहा – 11 सालों से अघोषित आपातकाल
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार के 11 साल के शासन को अघोषित आपातकाल बताया। उन्होंने सवाल उठाया कि ऑपरेशन सिंदूर जैसे संवेदनशील विषय पर प्रधानमंत्री न सर्वदलीय बैठक बुलाते हैं, न संसद को भरोसे में लेते हैं। जानकारी एक इंटरव्यू के जरिए देश को मिल रही है।

- सीडीएस चौहान ने पाक के विमान गिराने के दावे को खारिज किया।
- कांग्रेस ने इंटरव्यू से मिली जानकारी पर सवाल उठाए।
- खड़गे ने संसद सत्र बुलाने और रक्षा समीक्षा की मांग की।
- ट्रंप के सीजफायर बयान पर भी मोदी सरकार की चुप्पी पर सवाल।
- कांग्रेस ने मोदी सरकार पर पारदर्शिता नहीं दिखाने का आरोप लगाया।