Monday, April 28, 2025
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चंडीगढ़ मेयर की बैठक में हंगामा: विपक्ष के तीखे सवालों पर भड़कीं, कहा- ‘जल्द सुलझेगा फंड संकट’

चंडीगढ़ नगर निगम की 347वीं मासिक बैठक मंगलवार को हंगामेदार रही। बैठक की शुरुआत से ही आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के पार्षदों ने नगर निगम की वित्तीय स्थिति को लेकर सवालों की बौछार कर दी। मेयर हरप्रीत कौर बबला ने जब स्थिति संभालने की कोशिश की, तो विपक्ष के तीखे हमलों के बीच माहौल और गरमा गया। अंततः मेयर को गुस्से में आकर विपक्ष को शांत कराना पड़ा।

फंड की कमी पर गरमाया माहौल

नगर निगम के विकास कार्यों में हो रही देरी और वित्तीय संकट को लेकर विपक्ष ने मेयर को कठघरे में खड़ा किया। कांग्रेस और AAP के पार्षदों ने आरोप लगाया कि पूर्व में स्वीकृत परियोजनाएं अब तक अधूरी हैं, जबकि नए प्रस्तावों को मंजूरी दी जा रही है।

मेयर ने बचाव करते हुए कहा कि नगर निगम प्रशासन लगातार फंडिंग के लिए प्रयासरत है और जल्द ही इसका समाधान होगा। हालांकि, विपक्ष इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और हंगामा जारी रखा।

मेयर ने दिया तीखा जवाब

बैठक के दौरान विपक्षी पार्षदों ने जब चंडीगढ़ प्रशासन से फंड न मिलने का मुद्दा उठाया, तो मेयर ने सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी पर निशाना साधते हुए कहा, “क्या गवर्नर पैसों का बैग लेकर बैठे थे कि तुरंत हैंडओवर कर दें?” इस बयान पर सदन में ठहाके गूंज उठे, लेकिन विपक्ष का विरोध जारी रहा।

सुनवाई के दौरान कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत गब्बी ने शहर में बेतरतीब गड्ढों, सीवरेज पाइपलाइन की दुर्दशा और अव्यवस्थित विकास कार्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने मांग की कि जिम्मेदार अधिकारियों और कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाया जाए।

विपक्ष का आरोप: दिल्ली से खाली हाथ लौटीं मेयर

सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर बंटी ने तंज कसते हुए कहा कि मेयर साहिबा दिल्ली से केवल फोटोशूट करवाकर लौटी हैं, लेकिन नगर निगम के लिए कोई फंड नहीं ला पाई। उन्होंने कहा कि 92 करोड़ रुपये की अनुदान राशि मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही समाधान नहीं निकला तो नगर निगम को गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ेगा।

भाजपा का पलटवार: जल्द हल होगा वित्तीय संकट

भाजपा पार्षद कंवर राणा ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मेयर और प्रशासन लगातार समाधान की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “विपक्ष का काम केवल विरोध करना है। नगर निगम के कई अधिकारी कार्यों में देरी कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन इस पर ध्यान दे रहा है।”

गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात का हवाला

बैठक के दौरान मेयर ने आश्वासन दिया कि अप्रैल तक वित्तीय संकट हल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह से मिली थीं और शहर के अहम मुद्दों पर चर्चा की थी। शाह ने नगर निगम को जल्द समाधान का भरोसा दिया है।

बैठक का समापन हंगामे के बीच हुआ, लेकिन कई प्रस्तावों पर सहमति बन गई। वी-3 रोड की मरम्मत का प्रस्ताव फिलहाल स्थगित कर दिया गया। अब देखना होगा कि चंडीगढ़ नगर निगम वित्तीय संकट से कैसे उबरता है और शहर की अधूरी परियोजनाओं को कब तक पूरा किया जाता है।

खबर की बड़ी बातें

नगर निगम की 347वीं बैठक में हंगामा: चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक में फंड की कमी को लेकर विपक्ष ने मेयर को घेरा, जिससे माहौल गरमाया।
मेयर हरप्रीत कौर बबला का गुस्सा: बार-बार समझाने के बावजूद जब हंगामा नहीं रुका, तो मेयर को गुस्सा आ गया और उन्होंने माहौल शांत करने का प्रयास किया।
फंड को लेकर कांग्रेस का सवाल: विपक्ष ने आरोप लगाया कि डबल इंजन सरकार के बावजूद नगर निगम को फंड नहीं मिल रहा, जिससे विकास कार्य रुके हुए हैं।
बीजेपी पार्षद का बयान: बीजेपी पार्षदों का दावा है कि वित्तीय संकट जल्द सुलझाया जाएगा और V3 रोड का काम प्रशासन को सौंपना सही फैसला है।
मेयर का आश्वासन: मेयर ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मुद्दे पर चर्चा हुई है और अप्रैल तक फंड की समस्या हल होने की उम्मीद है।

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