अमेरिका-चीन के टैरिफ वॉर के बीच चीन ने 18 करोड़ टन तेल भंडार वाले दो शेल ऑयलफील्ड की खोज की है। सिनोपेक ने इस खोज की घोषणा करते हुए बताया कि ये भंडार बोहाई खाड़ी बेसिन और सुबेई बेसिन में स्थित हैं। इस खोज से चीन की तेल निर्यात पर निर्भरता घटेगी और ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
नेशनल ब्रेकिंग: चीन ने अमेरिका से चल रहे टैरिफ वॉर के बीच अपनी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। हाल ही में चीन ने दो शेल ऑयलफील्ड की खोज की है, जिनमें कुल 18 करोड़ टन तेल का भंडार है। इस खोज से चीन की तेल निर्यात पर निर्भरता काफी हद तक कम होने की उम्मीद है।
सिनोपेक की बड़ी घोषणा
चीन की सबसे बड़ी तेल रिफाइनर कंपनी सिनोपेक (Sinopec) ने इस महत्वपूर्ण खोज की घोषणा की है। ये तेल भंडार उत्तरपूर्वी चीन के बोहाई खाड़ी बेसिन और जियांग्सू प्रांत के सुबेई बेसिन में स्थित हैं। कंपनी के अनुसार, इन भंडारों में लंबे समय तक स्थिर रूप से तेल उत्पादन की क्षमता है।
घरेलू मानकों का पहला इस्तेमाल
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पहली बार है जब चीन ने शेल तेल भंडार के मूल्यांकन के लिए घरेलू स्तर पर विकसित मानकों का उपयोग किया है। इस कदम से देश की ऊर्जा सुरक्षा नीति को और मजबूती मिलेगी।
प्राकृतिक संसाधनों की खोज में चीन का अभियान
2011 में लॉन्च की गई ‘The Mineral Exploration Breakthrough Strategy’ के तहत चीन अपने घरेलू ऊर्जा स्रोतों को मजबूत करने में जुटा है। इस अभियान के अंतर्गत चीन ने हाल के वर्षों में 10 बड़े तेल फील्ड और 19 प्राकृतिक गैस फील्ड खोजे हैं।
तेल उत्पादन में चीन की नई उपलब्धि
2024 में चीन का कच्चे तेल का उत्पादन 21.3 करोड़ टन तक पहुंच गया, जिसमें शेल तेल का उत्पादन 60 लाख टन रहा। यह पिछले साल की तुलना में 30% की वृद्धि है।
टैरिफ वॉर के बीच चीन की मजबूत स्थिति
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ वॉर के बीच यह खोज चीन के लिए बड़ी राहत है। अमेरिका ने चीन पर 10% का टैरिफ लगाया है, जिसका जवाब देने के लिए चीन ने भी 10-15% टैरिफ लगाने की घोषणा की है।