बीकानेर सेंट्रल जेल से शुक्रवार (28 मार्च) सुबह पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी गई। इस घटना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। तुरंत ही पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू कर दी और मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर जेल में छापा मारा।
तलाशी के दौरान जेल के वार्ड नंबर 10 की बैरक संख्या 39 में विचाराधीन बंदी आदिल के पास से मोबाइल बरामद किया गया। पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया और मामले की तहकीकात शुरू कर दी।
जेलकर्मी समेत पांच आरोपी गिरफ्तार
तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने जेलकर्मी सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें जेलकर्मी जगदीश प्रसाद, विचाराधीन बंदी आदिल और मकसूद शाह शामिल हैं। इनके अलावा अशरफ शाह और रफीक को भी हिरासत में लिया गया है।
आरोपी आदिल पर पहले से हत्या के प्रयास, मारपीट और एनडीपीएस के छह मामले दर्ज हैं, जबकि मकसूद शाह के खिलाफ एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट समेत पांच मामले दर्ज हैं।
मोबाइल पहुंचाने में जेलकर्मी की भूमिका
जांच में सामने आया कि रफीक ने अपने नाम से सिम कार्ड खरीदा था, जिसे अशरफ शाह ने जेलकर्मी जगदीश प्रसाद के जरिए आदिल तक पहुंचाया। पुलिस ने इस कड़ी को जोड़ते हुए सभी आरोपियों पर सख्त धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस धमकी के पीछे किसी बड़े गैंगस्टर या आपराधिक गिरोह का हाथ तो नहीं है। अधिकारी इस एंगल से भी जांच कर रहे हैं कि कहीं यह साजिश किसी बड़े अपराधी या गिरोह से तो जुड़ी नहीं है।