NIA ने एक बेहद संवेदनशील मामले का खुलासा करते हुए दिल्ली से CRPF जवान मोती राम जाट को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह 2023 से लगातार पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों (PIO) को भारत से जुड़ी गोपनीय जानकारियां भेज रहा था। इसके बदले में उसे अलग-अलग तरीकों से पैसे भी मिल रहे थे। बताया गया कि जानकारी भेजने का तरीका डिजिटल था, जिसमें ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और सोशल मीडिया के जरिए संपर्क शामिल था।
NIA ने मोती राम को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 6 जून तक कस्टडी में भेजा गया है। जांच एजेंसी अब उससे पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि कितनी जानकारी पाकिस्तान पहुंचाई गई और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है।
गुजरात ATS ने भी खोला बड़ा रैकेट, कच्छ से युवक गिरफ्तार
CRPF जवान की गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले, 24 मई को गुजरात ATS ने कच्छ से सहदेव सिंह गोहिल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। वह BSF और NAVY की यूनिट्स की तस्वीरें और वीडियो पाकिस्तानी एजेंट को वॉट्सऐप पर भेजता था। वह कच्छ के लखपत इलाके में स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मचारी था।
ATS की रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2023 में एक महिला ने खुद को अदिति भारद्वाज बताकर गोहिल से वॉट्सऐप पर बातचीत शुरू की थी। पहली बार गोहिल को जानकारी भेजने पर 40 हजार रुपए नकद मिले थे। धीरे-धीरे महिला ने उसे अपने असली मकसद से भी अवगत करा दिया था।
मोबाइल डेटा से खुला पाकिस्तान कनेक्शन
जांच में सामने आया कि गोहिल जिन दो मोबाइल नंबरों से जानकारी भेजता था, वे अब पाकिस्तान से भी ऑपरेट हो रहे हैं। गोहिल ने जनवरी 2024 में नया सिम कार्ड लिया था, जिसमें अपने आधार से ओटीपी लेकर पाक एजेंट को भेज दिया। इसी सिम से पाकिस्तान में बैठा एजेंट वॉट्सऐप चलाता था। फॉरेंसिक जांच में यह सब पुख्ता हो चुका है।
हरियाणा से यूट्यूबर और कच्छ से कई गिरफ्तारियां
इससे पहले 15 मई को हरियाणा के हिसार से एक यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को भी पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जुलाई 2023 में भी कच्छ से एक अन्य युवक को ‘अदिति’ नाम की महिला के लिए जासूसी करने पर पकड़ा गया था। यह साफ दिखाता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी भारत में लगातार डिजिटल माध्यम से जासूसी का नेटवर्क फैला रही है।
सरकारी ठेके और सीमावर्ती इलाकों के लोग निशाने पर
जांच एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान की एजेंसी खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों के उन लोगों को टारगेट करती है जो सरकारी ठेकों पर काम करते हैं। इनके पास देश के महत्त्वपूर्ण विभागों की जानकारी होती है। एजेंसी इनके डाटा और मोबाइल नंबरों को किसी तरह जुटाकर उन्हें लालच या हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश करती है।

- दिल्ली से NIA ने CRPF जवान मोती राम जाट को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया, पाकिस्तान को भेजी जा रही थी संवेदनशील जानकारी।
- जवान को कोर्ट में पेश किया गया, 6 जून तक की कस्टडी मिली, NIA उससे पूछताछ कर रही है।
- गुजरात ATS ने 24 मई को कच्छ से सहदेव सिंह गोहिल को पकड़ा, BSF-NAVY यूनिट्स की फोटो भेज रहा था।
- गोहिल के फोन से पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा, फॉरेंसिक में सिम और ओटीपी भेजने के सबूत मिले।
- पिछले साल से अब तक कच्छ और हरियाणा से कई लोग पाक एजेंटों के संपर्क में पकड़े गए हैं।