Tuesday, April 29, 2025
spot_img
Homeटॉप न्यूजकॉमनवेल्थ गेम्स 2010, मनी लॉन्ड्रिंग केस बंद, कोर्ट ने ED की क्लोजर...

कॉमनवेल्थ गेम्स 2010, मनी लॉन्ड्रिंग केस बंद, कोर्ट ने ED की क्लोजर रिपोर्ट मंजूर की

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की क्लोजर रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने कहा कि जांच के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग का कोई भी सबूत सामने नहीं आया है, इसलिए इस मामले को आगे बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं है।

स्पेशल जज संजीव अग्रवाल ने फैसला सुनाते हुए स्पष्ट किया कि ED ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के भ्रष्टाचार मामले के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। चूंकि CBI पहले ही सभी आरोपियों को भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी कर चुकी थी और ED को भी किसी तरह की मनी लॉन्ड्रिंग का प्रमाण नहीं मिला, इसलिए यह केस समाप्त किया जाता है।

सुरेश कलमाड़ी और ललित भनोट समेत सभी के खिलाफ जांच खत्म

कोर्ट ने पूर्व कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति (OC) के प्रमुख सुरेश कलमाड़ी, महासचिव ललित भनोट और अन्य आरोपियों के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच को भी बंद कर दिया। इसके साथ ही लगभग 15 साल से चले आ रहे कॉमनवेल्थ घोटाले के एक बड़े अध्याय का अंत हो गया।

इस फैसले के साथ उन सभी आरोपियों को बड़ी राहत मिली है, जिनके खिलाफ लंबे समय तक कानूनी कार्रवाई चलती रही। कोर्ट के इस निर्णय ने यह साफ कर दिया है कि जांच एजेंसियों के पास कोई ठोस साक्ष्य नहीं था, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप सिद्ध किए जा सकते।

CBI ने पहले ही 2014 में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी थी

कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के आयोजन के बाद सामने आए अनियमितताओं और खर्चों में गड़बड़ी के आरोपों के चलते CBI ने कई मामले दर्ज किए थे। अप्रैल 2011 में सुरेश कलमाड़ी को आयोजन समिति के अध्यक्ष पद से हटाया गया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा गया था।

लगभग नौ महीने जेल में बिताने के बाद जनवरी 2012 में उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिली। बाद में जांच में ठोस भ्रष्टाचार का प्रमाण न मिलने पर जनवरी 2014 में CBI ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर ED ने भी अपनी जांच शुरू की थी, जो अब औपचारिक रूप से समाप्त हो गई है।

CWG 2010 घोटाले की प्रमुख टाइमलाइन

  • 2010: CBI ने भ्रष्टाचार और गलत तरीके से ठेके आवंटन के आरोप में केस दर्ज किया।
  • अप्रैल 2011: सुरेश कलमाड़ी को पद से हटाया गया और बाद में गिरफ्तारी हुई।
  • मई 2011: CBI ने कलमाड़ी और अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की।
  • जनवरी 2012: हाईकोर्ट से सुरेश कलमाड़ी को जमानत मिली।
  • अगस्त 2012: ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में केस दर्ज किया।
  • जनवरी 2014: CBI ने सबूत न मिलने के कारण क्लोजर रिपोर्ट फाइल की।
  • 28 अप्रैल 2025: ED ने भी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर जांच समाप्त कर दी।

कांग्रेस ने BJP और AAP पर साधा निशाना

मामले के समापन पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। खेड़ा ने कहा कि झूठ का जो जाल बुना गया था, वह आज ढह गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस नेताओं, खासकर मनमोहन सिंह और शीला दीक्षित जैसी प्रतिष्ठित शख्सियतों को बेवजह बदनाम किया गया। पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से देश और दिल्ली की जनता से माफी मांगने की मांग भी की।

 Nationalbreaking.com । नेशनल ब्रेकिंग - सबसे सटीक
  • दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED की क्लोजर रिपोर्ट को मंजूरी दी।
  • कोर्ट ने कहा कि जांच में मनी लॉन्ड्रिंग का कोई सबूत नहीं मिला, इसलिए केस को आगे बढ़ाने का कोई आधार नहीं है।
  • पूर्व आयोजन समिति प्रमुख सुरेश कलमाड़ी, ललित भनोट समेत सभी आरोपियों के खिलाफ जांच समाप्त कर दी गई।
  • इससे पहले 2014 में CBI ने भी भ्रष्टाचार के सबूत नहीं मिलने पर क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी।
  • कांग्रेस ने फैसले पर प्रतिक्रिया दी, BJP और AAP पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की।
अन्य खबरें