फरीदाबाद जिले की जमाई कॉलोनी में सोमवार सुबह नगर निगम की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाने पहुंचे निगम अधिकारियों के साथ भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा। करीब 250 पुलिसकर्मी, तीन एसीपी और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी इस कार्रवाई का हिस्सा बने। मौके पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पहले से ही तैयारी पूरी कर ली गई थी ताकि किसी प्रकार का उपद्रव न हो।
50 साल पुरानी मस्जिद ‘अक्सा’ को भी ढहाया गया
नगर निगम की इस कार्रवाई में सबसे विवादास्पद हिस्सा रहा अक्सा मस्जिद का ध्वस्तीकरण। यह मस्जिद लगभग 50 वर्ष पुरानी थी और जमाई कॉलोनी में 40×80 वर्ग गज क्षेत्र में स्थित थी। इस मस्जिद को नगर निगम की टीम ने अन्य अवैध निर्माणों के साथ गिरा दिया, जिससे इलाके में आक्रोश का माहौल बन गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार, पहले कहा गया था कि मस्जिद को नहीं छुआ जाएगा, लेकिन अब इसे निशाना बनाया गया।
स्थानीय लोगों ने कार्रवाई को बताया अन्यायपूर्ण
इलाके के पूर्व सरपंच रक्का और अन्य स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई का विरोध किया। उनका कहना है कि यहां 20-25 सालों से लोग रह रहे हैं और इस जमीन पर सुविधा भी है। बड़खल गांव की ओर से 17-18 लोगों की एक कमेटी सुप्रीम कोर्ट में इस मसले की पैरवी कर रही है। स्थानीय निवासी अरमान ने बताया कि कार्रवाई के दौरान मस्जिद के 100 मीटर के दायरे में किसी को भी आने नहीं दिया गया और सख्ती से आदेश का पालन कराया गया।
नगर निगम का पक्ष: अवैध कब्जा हटाना ज़रूरी
नगर निगम के लीगल एडवाइजर सतीश आचार्य ने स्पष्ट किया कि जमाई कॉलोनी में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण किए गए थे, जिन्हें हटाया गया। यह इलाका रिजर्व फॉरेस्ट एरिया है और इस पर कोई भी निर्माण गैरकानूनी है। निगम के अनुसार, इससे पहले भी इस क्षेत्र में ऐसी कार्रवाई हो चुकी है और भविष्य में भी जो लोग सरकारी ज़मीन पर कब्जा करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।
मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन
स्थानीय निवासी मुश्ताक ने बताया कि यह जमीन लंबे समय से विवादित है और मामला 20-25 वर्षों से कोर्ट में विचाराधीन है। उनका आरोप है कि पहले मस्जिद को न तोड़ने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब इसे तोड़ना लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने जैसा है। ऐसे में मामले के कानूनी और धार्मिक दोनों पक्षों में संतुलन की जरूरत है।

- फरीदाबाद की जमाई कॉलोनी में नगर निगम की कार्रवाई में 50 साल पुरानी मस्जिद अक्सा को गिराया गया।
- कार्रवाई के लिए 250 पुलिसकर्मी, तीन एसीपी और कई अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
- स्थानीय लोगों ने मस्जिद ढहाने को गलत बताते हुए कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
- नगर निगम का कहना है कि यह सरकारी जमीन है और यह क्षेत्र रिजर्व फॉरेस्ट में आता है।
- स्थानीय निवासियों का दावा है कि पहले मस्जिद न तोड़ने का