रविवार, जून 15, 2025
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CDU नेता फ्रेडरिक मर्त्ज बने जर्मनी के नए चांसलर, दो राउंड की वोटिंग के बाद मिली जीत

जर्मनी की कंजरवेटिव पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) के नेता फ्रेडरिक मर्त्ज देश के 10वें चांसलर के रूप में चुन लिए गए हैं। संसद में हुए गुप्त मतदान में उन्हें 630 में से 325 वोट मिले। जबकि बहुमत के लिए उन्हें 316 वोट की जरूरत थी।

हालांकि, पहला राउंड उनके लिए चुनौतीभरा रहा। तब उन्हें केवल 310 वोट मिले थे, जबकि उनके गठबंधन के पास 328 सीटें थीं। जर्मनी के संसदीय इतिहास में यह पहली बार हुआ जब चांसलर पद के किसी उम्मीदवार को पहले दौर में बहुमत नहीं मिला।

बहुमत न मिलने की स्थिति में संसद भंग की आशंका थी

अगर दूसरे राउंड में भी कोई उम्मीदवार बहुमत नहीं पाता, तो राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमीयर के पास संसद भंग करने का विकल्प खुला होता। ऐसे संवैधानिक संकट से बचते हुए मर्त्ज ने निर्णायक जीत हासिल की।

राष्ट्रीय चुनावों में CDU/CSU गठबंधन को 28.5% वोट मिले थे, जो सबसे अधिक थे। लेकिन स्पष्ट बहुमत से दूर होने के चलते उन्हें दूसरी पार्टी का समर्थन लेना पड़ा।

जीत के बाद राष्ट्रपति स्टीनमीयर ने मर्त्ज को शुभकामनाएं दीं और एक संक्षिप्त भाषण भी दिया। इसके बाद मर्त्ज अपनी कार से संसद पहुंचे, जहां उन्हें औपचारिक रूप से चांसलर पद की शपथ दिलाई गई।

कानून की पढ़ाई कर चुके हैं मर्त्ज, राजनीति में लंबा अनुभव

11 नवंबर 1955 को पश्चिम जर्मनी के सॉरलैंड जिले में जन्मे मर्त्ज रोमन कैथोलिक परिवार से आते हैं। उन्होंने कानून की पढ़ाई की और अपने करियर की शुरुआत एक कॉर्पोरेट वकील के रूप में की।

राजनीतिक सफर की शुरुआत उन्होंने 1972 में सोशल डेमोक्रेट्स से की, लेकिन बाद में CDU से जुड़ गए। वर्ष 1994 में वे पहली बार संसद पहुंचे और अपनी आर्थिक समझ के चलते पार्टी में तेजी से आगे बढ़े।

एंजेला मर्केल से खटास, एक दशक तक राजनीति से दूरी

साल 2000 में मर्त्ज को CDU का संसदीय नेता चुना गया। लेकिन उसी समय एंजेला मर्केल पार्टी की शीर्ष नेता बनीं। 2005 में CDU-SPD सरकार बनने के बाद भी मर्त्ज को कैबिनेट में जगह नहीं मिली। मर्केल से रिश्तों की खटास ने उन्हें हाशिए पर धकेल दिया।

इसके बाद मर्त्ज ने 2009 में राजनीति छोड़ दी और लगभग एक दशक तक प्राइवेट सेक्टर में सक्रिय रहे। उन्होंने ब्लैकरॉक जैसी बड़ी कंपनी में उच्च पदों पर काम किया।

2018 में राजनीति में वापसी, फिर 2022 में पार्टी अध्यक्ष बने

2018 में मर्त्ज ने राजनीति में वापसी की। इस दौरान चांसलर मर्केल ने भी पद छोड़ने का एलान कर दिया था। हालांकि, मर्त्ज 2018 और 2021 में पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव हार गए] लेकिन 2022 में वे CDU के अध्यक्ष बनने में कामयाब रहे। फिर 2025 में पार्टी की ओर से चांसलर पद के उम्मीदवार घोषित किए गए।

चुनाव में CDU गठबंधन को 208 सीटें, दक्षिणपंथी AFD को ऐतिहासिक बढ़त

इस बार हुए राष्ट्रीय चुनाव में CDU गठबंधन ने 208 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि AFD को 151 सीटें मिलीं। AFD को कुल 20.8% वोट मिले, जो दूसरे विश्व युद्ध के बाद अब तक किसी कट्टरपंथी दक्षिणपंथी पार्टी का सबसे बड़ा प्रदर्शन है।

 Nationalbreaking.com । नेशनल ब्रेकिंग - सबसे सटीक
  • फ्रेडरिक मर्त्ज को जर्मनी का 10वां चांसलर चुना गया, उन्होंने दूसरी राउंड की वोटिंग में 325 वोट हासिल किए।
  • पहले राउंड में बहुमत नहीं मिलने के बाद, दूसरी गुप्त वोटिंग में उन्हें जरूरी 316 से अधिक वोट मिले।
  • CDU/CSU गठबंधन को फरवरी 2025 में हुए राष्ट्रीय चुनावों में सबसे ज्यादा 28.5% वोट मिले थे और उन्होंने 208 सीटें जीती थीं।
  • मर्त्ज को शपथ समारोह के दौरान राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमीयर ने शुभकामनाएं दीं, और उन्होंने संसद में पदभार संभाला।
  • उनका राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा—2009 में संन्यास, फिर 2018 में वापसी और 2022 में CDU अध्यक्ष बनकर 2025 में चांसलर पद तक पहुंचे।
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