भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से जो हालात बने थे, उसने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया था। एलओसी पर लगातार ड्रोन हमले, भारी गोलीबारी और कड़ी जवाबी कार्रवाई हो रही थी। ऐसे में जब विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एलान किया कि दोनों देशों के DGMO ने बातचीत करके 5 बजे से सीजफायर लागू करने पर सहमति बना ली है, तो ये खबर राहत की तरह आई।
3.35 बजे हुई DGMO बातचीत, 5 बजे से थमा युद्ध
आज दोपहर 3.35 बजे भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच अहम बातचीत हुई। तय हुआ कि शाम 5 बजे से आकाश, जल और जमीन पर सभी तरह के हमले रोक दिए जाएंगे। ये फैसला दोनों देशों के लिए ना सिर्फ सामरिक, बल्कि राजनीतिक लिहाज से भी बड़ी बात है।
अमेरिका की मध्यस्थता से बनी सहमति
सूत्रों के मुताबिक, इस संघर्षविराम के पीछे अमेरिका का बड़ा रोल रहा। कई हफ्तों से NSA अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका के आला अधिकारियों से लगातार संपर्क में थे। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात की पुष्टि ट्वीट करके की है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के इस कदम को सराहा है और इसे दक्षिण एशिया के लिए जरूरी बताया।
पाकिस्तान ने भी दी जानकारी, शांति की बात दोहराई
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी सोशल मीडिया पर इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा क्षेत्र में अमन चाहता है, लेकिन वो अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने इस फैसले को ऐतिहासिक बताया और उम्मीद जताई कि इससे आगे बातचीत का रास्ता खुलेगा।
12 मई को फिर होगी रणनीतिक बातचीत
अब अगला बड़ा पड़ाव 12 मई को होगा, जब दोनों देशों के DGMO फिर से बातचीत के लिए आमने-सामने बैठेंगे। इस बातचीत में तय होगा कि आगे सीमा पर किस तरह का सैन्य रवैया अपनाया जाएगा और विश्वास बहाली के कौन से कदम उठाए जा सकते हैं।

- भारत और पाकिस्तान के DGMO ने दोपहर 3.35 बजे बातचीत की, जिसमें सीजफायर पर सहमति बनी।
- शाम 5 बजे से दोनों देशों ने थल, जल और वायु में सभी हमले रोक दिए।
- अमेरिका की मध्यस्थता और ट्रंप के ट्वीट ने इस फैसले को मजबूती दी।
- पाकिस्तान ने भी सोशल मीडिया पर इस फैसले की पुष्टि की और शांति की बात दोहराई।
- अब 12 मई को दोनों देशों के DGMO फिर से मिलेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।