भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान में हाई अलर्ट है। सीमावर्ती इलाकों की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को युद्धस्तर पर तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में विभाग ने सभी चिकित्सकों, नर्सिंगकर्मियों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं।
मुख्यालय छोड़ने पर रोक, कंट्रोल रूम में नियुक्त किए गए अधिकारी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने स्पष्ट किया है कि सीमावर्ती इलाकों में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सभी कर्मचारियों को बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। विभागीय मुख्यालय में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम (0141-2225624) स्थापित किया गया है, जहां 8 अधिकारियों की टीम को जिम्मेदारी दी गई है कि वे बीकानेर और जोधपुर संभाग के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ मिलकर संसाधनों की उपलब्धता और संचालन सुनिश्चित करें।
कंट्रोल रूम प्रभारी बनाए गए डॉ. प्रवीण असवाल
जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने जानकारी दी कि कंट्रोल रूम के प्रभारी अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. प्रवीण असवाल होंगे। यह टीम चिकित्सा संस्थानों में मानव संसाधन, दवाइयां, उपकरण, ब्लड बैंक, जांच सुविधा, एम्बुलेंस और ICU जैसे आवश्यक चिकित्सा संसाधनों पर लगातार निगरानी रखेगी।
ब्लड बैंक से लेकर ऑपरेशन थियेटर तक की हो जांच
स्वास्थ्य विभाग ने हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर, जालोर, सिरोही, पाली, बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर और फलोदी के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMHO) को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की चौकस व्यवस्था करें। सभी चिकित्सकीय अवकाश तत्काल रद्द किए गए हैं और स्टाफ को 24×7 ड्यूटी के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
एंबुलेंस और ऑक्सीजन की भी व्यवस्था
सीएमएचओ को आशा, एएनएम और सीएचओ के माध्यम से सीमावर्ती गांवों में गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, विकलांग और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की सूची बनाकर निगरानी में रखने के निर्देश दिए गए हैं। सभी चिकित्सा संस्थानों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता, उपकरणों की कार्यशील स्थिति और ब्लड बैंक में सभी ग्रुप के रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। एम्बुलेंस में दवाएं, ऑक्सीजन और जीवनरक्षक उपकरण सक्रिय अवस्था में रखे जा रहे हैं।
निजी अस्पताल और लैब भी अलर्ट, होमगार्ड-पुलिस को मिलेगा आपात प्रशिक्षण
आपात स्थिति को देखते हुए निजी चिकित्सालयों और पैथोलॉजी लैबों को भी चिन्हित किया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर वहां से भी उपचार और जांच सुविधा ली जा सके। इसके अलावा जिले में मौजूद होमगार्ड, पुलिस, नागरिक सुरक्षा, एनसीसी और स्काउट सदस्यों को प्राथमिक चिकित्सा और इमरजेंसी रिस्पॉन्स की ट्रेनिंग तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।