भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के शीर्ष अधिकारियों ने पहली बार एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी साझा की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत शिवतांडव की धुन से हुई, जो एक प्रतीकात्मक संदेश था कि अब भारत अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, DG Air Ops एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और DGNO वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बारी-बारी से ऑपरेशन की पूरी रणनीति और अंजाम की जानकारी दी।
पहलगाम हमले के बाद बनी ऑपरेशन सिंदूर की योजना
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत पहलगाम में नागरिकों पर हुए आतंकी हमले के बाद हुई। सेना ने साफ किया कि इसका मकसद पाकिस्तान की ज़मीन से काम कर रहे आतंकियों और उनके अड्डों को खत्म करना था। कार्रवाई के दौरान 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों की पहचान की गई, जिनमें से कुछ POK और कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के इलाके थे। इनमें लश्कर और जैश के पुराने ठिकाने जैसे मुरीदके और बहावलपुर भी शामिल थे।
100 से ज़्यादा आतंकी मारे गए, सबूत भी दिखाए गए
सेना ने दावा किया कि ऑपरेशन के दौरान 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें यूसुफ अज़हर, मुदस्सिर खार और हाफिज जमील जैसे हाई वैल्यू टारगेट शामिल थे। इनमें से कुछ आतंकवादी 1999 के IC 814 हाइजैक और पुलवामा हमले जैसे मामलों से जुड़े थे। सेना ने उनके मारे जाने के सबूत के तौर पर वीडियो और सैटेलाइट इमेज भी मीडिया को दिखाए।
वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर को बनाया निशाना
DG Air Ops एयर मार्शल अवधेश भारती ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने सैटेलाइट और इंटेलिजेंस आधारित सिस्टम के ज़रिए पाकिस्तान में मौजूद आतंकी कैंपों को टारगेट किया। मुरीदके में लश्कर का ठिकाना और बहावलपुर में जैश का अड्डा पूरी तरह तबाह कर दिया गया। इन जगहों पर मिसाइल से हमला किया गया और ड्रोन व सैटेलाइट फुटेज से हमले के नतीजे को रिकॉर्ड भी किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि हमले में किसी भी आम नागरिक को नुकसान नहीं हुआ।
पाकिस्तान की जवाबी कोशिशें नाकाम, ड्रोन हमले किए फेल
भारतीय वायुसेना और सेना ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से जवाबी हमलों की कई कोशिशें की गईं। ड्रोन, UAV और मिसाइलों से भारतीय सैन्य ठिकानों को टारगेट करने की कोशिश हुई, लेकिन एयर डिफेंस सिस्टम ने हर हमले को समय रहते नाकाम कर दिया। 8 और 9 मई को पाकिस्तान की ओर से ड्रोन से हमला किया गया, लेकिन भारतीय सुरक्षा बल पहले से तैयार थे और कोई नुकसान नहीं होने दिया गया।
लाहौर के रडार सिस्टम को किया गया तबाह
एयर मार्शल भारती ने बताया कि 8 मई को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के लाहौर स्थित रडार साइट्स को निशाना बनाकर एक रणनीतिक जवाब दिया। इसके बाद भी पाकिस्तान की तरफ से छिटपुट ड्रोन हमले होते रहे, लेकिन भारतीय वायुसेना की सतर्कता से इनका भी असर नहीं हुआ। भारती ने साफ किया कि हमारा मकसद केवल आतंक के नेटवर्क को खत्म करना था, न कि किसी देश से युद्ध छेड़ना।

- भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया।
- पहलगाम में हमले के बाद बनाई गई योजना में POK और पाकिस्तान के अंदर मौजूद ठिकानों को सटीक हमले से तबाह किया गया।
- वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर के जैश और लश्कर के ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त किया, किसी आम नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा।
- पाकिस्तान की तरफ से UAV और ड्रोन के जरिए जवाबी हमले की कोशिशें की गईं, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को विफल कर दिया।
- भारतीय वायुसेना ने लाहौर स्थित रडार साइट्स पर हमला कर पाकिस्तान को चेतावनी दी, ऑपरेशन के दौरान दिखाए गए सैटेलाइट और ड्रोन फुटेज ने पूरी कार्रवाई को प्रमाणित किया।