नेशनल ब्रेकिंग: IPL अपनी ग्लैमर, रोमांच और जबरदस्त क्रिकेट के लिए जाना जाता है, लेकिन इन विवादों ने कई बार लीग की साख पर बट्टा लगाया है। इसके बावजूद, IPL ने अपनी लोकप्रियता और दर्शकों की दीवानगी को बनाए रखा है।
Spot Fixing Scandal: जब क्रिकेट की साख पर लगा दाग
आईपीएल 2013 में Spot Fixing का मामला सामने आया, जिसने क्रिकेट फैंस को हिला कर रख दिया। राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ी — श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला — इस विवाद में फंसे। दिल्ली पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया और पूरे टूर्नामेंट की साख पर सवाल उठ गए।
ललित मोदी विवाद: IPL के संस्थापक पर आजीवन प्रतिबंध
IPL के पहले कमीश्नर ललित मोदी ने लीग को ग्लैमर और पैसा दिलाने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन 2010 में उन पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे। जांच के बाद 2013 में बीसीसीआई ने उन्हें क्रिकेट से संबंधित सभी गतिविधियों से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया।
हरभजन-श्रीसंत थप्पड़ कांड ने किया था IPL को शर्मिंदा
2008 में IPL के पहले सीजन में मुंबई इंडियंस के हरभजन सिंह ने किंग्स इलेवन पंजाब के एस श्रीसंत को मैच के बाद थप्पड़ मार दिया था। इस घटना ने काफी विवाद खड़ा किया और हरभजन को 11 मैचों के लिए निलंबित कर दिया गया।

CSK और RR पर दो साल का प्रतिबंध: सट्टेबाजी कांड की सजा
2015 में चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया, जब उनके संबंधित मालिकों – गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा – को सट्टेबाजी में शामिल पाया गया। यह घटना IPL के इतिहास में काले धब्बे की तरह देखी जाती है।
वानखेड़े स्टेडियम में शाहरुख खान पर लगा था बैन
2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान को वानखेड़े स्टेडियम में अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार के कारण मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, 2015 में यह बैन हटा लिया गया।

विराट कोहली और गौतम गंभीर की ऑन-फील्ड भिड़ंत
2013 और फिर 2023 में, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के विराट कोहली और लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर गौतम गंभीर के बीच गर्मागर्म बहस हुई। दोनों बार यह झड़प मीडिया की सुर्खियों में रही।
ऋषभ पंत का मैच छोड़ने का इशारा बना था विवाद
2022 में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अंपायर के फैसले से नाराज होकर अपने बल्लेबाजों को मैदान छोड़ने का इशारा किया। इस घटना ने खेल भावना पर सवाल खड़े किए।
Conflict of Interest: जब हितों के टकराव ने मचाया बवाल
आईपीएल में कई बार Conflict of Interest के मामले सामने आए। पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन पर आरोप लगे कि उनकी कंपनी इंडिया सीमेंट्स, जो CSK की मालिक थी, के जरिए वे अपने पद का गलत फायदा उठा रहे थे।
विदेशी खिलाड़ियों से विवाद: ऑन-फील्ड और ऑफ-फील्ड टकराव
आईपीएल में भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के बीच टकराव की भी खबरें आईं। 2019 में राजस्थान रॉयल्स के जोस बटलर और किंग्स इलेवन पंजाब के रविचंद्रन अश्विन के बीच ‘Mankading’ विवाद ने खेल भावना पर चर्चा छेड़ दी।

ल्यूक पॉमर्सबैक की गिरफ्तारी (2012)
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाड़ी ल्यूक पॉमर्सबैक को 2012 में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार और उसके मंगेतर के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन विवादों के बावजूद, आईपीएल ने अपनी लोकप्रियता बनाए रखी है और विश्व क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
हार्दिक पांडया का मुंबई इंडियन्स की कप्तानी का विवाद
हार्दिक पांड्या और मुंबई इंडियंस की कप्तानी का विवाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2024 सीजन में काफी चर्चा में रहा। यह विवाद तब शुरू हुआ जब मुंबई इंडियंस ने 2023 के अंत में हार्दिक पांड्या को गुजरात टाइटंस से ट्रेड करके अपनी टीम में शामिल किया और उन्हें कप्तान नियुक्त कर दिया। इससे पहले रोहित शर्मा, जिन्होंने मुंबई को पांच बार आईपीएल खिताब जिताया था, लंबे समय से टीम के कप्तान थे। इस फैसले ने कई सवाल खड़े किए और फैंस के बीच नाराजगी पैदा की।

कप्तानी में बदलाव का ऐलान और शुरुआती प्रतिक्रिया
2023 में जब हार्दिक को कप्तान बनाया गया, तो यह खबर फैंस के लिए चौंकाने वाली थी। रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस को 2013, 2015, 2017, 2019 और 2020 में चैंपियन बनाया था और उनकी कप्तानी में टीम की पहचान एक मजबूत और संतुलित इकाई के रूप में बनी थी। दूसरी ओर, हार्दिक ने गुजरात टाइटंस को 2022 में अपने पहले ही सीजन में खिताब जिताया था और 2023 में फाइनल तक पहुंचाया था। मुंबई इंडियंस का मैनेजमेंट, जिसमें मालिक आकाश अंबानी और कोच मार्क बाउचर शामिल थे, शायद हार्दिक को एक युवा और आक्रामक लीडर के तौर पर देखना चाहता था। लेकिन फैंस को यह फैसला पसंद नहीं आया। सोशल मीडिया पर रोहित के समर्थन में पोस्ट की बाढ़ आ गई और हार्दिक को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा।
क्या आईपीएल अब साफ-सुथरा है?
पिछले कुछ सालों में आईपीएल ने अपनी छवि सुधारने की कोशिश की है। बीसीसीआई ने सख्त नियम लागू किए हैं, और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में लोढ़ा समिति की सिफारिशों को अपनाया गया है। लेकिन छोटे-मोटे विवाद, जैसे खिलाड़ियों की मैदानी बहस और नियम तोड़ने की घटनाएं, आज भी देखने को मिलती हैं। आईपीएल ने क्रिकेट को एक नया आयाम तो दिया, लेकिन इसके विवादों ने भी इसकी चमक को कई बार धूमिल किया। क्या भविष्य में यह लीग विवादों से दूर हो पाएगी? यह सवाल हर क्रिकेट प्रेमी के मन में है।