महाकुंभ 2025 में महाशिवरात्रि स्नान से पहले प्रयागराज में ट्रैफिक कंट्रोल के लिए प्रशासन के कड़े इंतजाम। जानिए पूरी जानकारी।
नई दिल्ली: महाकुंभ 2025 में महाशिवरात्रि स्नान के लिए प्रयागराज में भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक नियंत्रण के सख्त इंतजाम किए हैं। वाहनों के लिए अस्थायी पार्किंग और श्रद्धालुओं के लिए शटल सेवाएं शुरू की गई हैं। डीसीपी अभिषेक भारती खुद व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं, और ड्रोन व सीसीटीवी के जरिए ट्रैफिक पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो।
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के बीच प्रशासन सतर्क
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। खासकर वीकेंड और 26 फरवरी को होने वाले महाशिवरात्रि स्नान को देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक कंट्रोल के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। भीड़ को ध्यान में रखते हुए शहर में वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जा रहा है, ताकि मुख्य स्नान घाटों तक ट्रैफिक का दबाव न बढ़े।
वाहनों की पार्किंग और शटल सेवा की व्यवस्था
प्रशासन ने अस्थायी पार्किंग स्थलों पर गाड़ियों को रोकने की सुविधा दी है। श्रद्धालु पार्किंग स्थल से शटल बस, ई-रिक्शा या पैदल संगम स्नान के लिए जा रहे हैं। नेहरू पार्किंग जैसे बड़े स्थलों पर हजारों गाड़ियां खड़ी की गई हैं, जहां से श्रद्धालु आसानी से त्रिवेणी संगम पहुंच रहे हैं। ड्रोन कैमरों से ली गई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही है।
डीसीपी नगर की सतर्कता और सुरक्षा उपाय
महाकुंभ के दौरान डीसीपी नगर अभिषेक भारती खुद ट्रैफिक व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने सुनिश्चित किया है कि किसी भी स्थान पर जाम की स्थिति न बने। शहर में विभिन्न क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से लगातार भीड़ और ट्रैफिक पर नजर रखी जा रही है। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने दी जानकारी
डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने बताया कि प्रयागराज में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। सभी पार्किंग स्थलों को सक्रिय कर दिया गया है। बाहर से आने वाले वाहनों को पार्किंग स्थलों पर रोका जा रहा है और शटल बसों के जरिए श्रद्धालुओं को कुंभ के नजदीकी पार्किंग स्थल तक पहुंचाया जा रहा है।