पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में जारी प्रदर्शन शनिवार को हिंसक हो गया। जिले के शमशेरगंज थाना क्षेत्र के जाफराबाद गांव में दोपहर के समय उग्र भीड़ ने हमला कर एक पिता और पुत्र की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद भड़की हिंसा के अगले दिन हुई, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया है।
जिले में लागू हुई धारा 163 और इंटरनेट बंद
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने मुर्शिदाबाद जिले में धारा 163 लागू कर दी है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल और बीएसएफ के जवान तैनात किए गए हैं। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करते हुए संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी है।
शुक्रवार को सूती से शुरू हुआ था प्रदर्शन
वक्फ कानून के विरोध में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत शुक्रवार को सूती क्षेत्र में हुई थी। जुमे की नमाज़ के बाद हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और NH-34 को अवरुद्ध कर दिया। पुलिस द्वारा रास्ता साफ कराने की कोशिश के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव हुआ।
शमशेरगंज में भीड़ का तांडव, गाड़ियां फूंकीं और आगजनी
शनिवार को हिंसा की आग शमशेरगंज तक फैल गई। यहां डाक बंगला मोड़ पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और एक पुलिस आउटपोस्ट को तोड़कर जला दिया। सड़क किनारे खड़ी दुकानों, दोपहिया वाहनों और रेलवे संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। धूलियान स्टेशन के पास रेलवे गेट और रिले रूम को भी निशाना बनाया गया।
हाईकोर्ट पहुंचे भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी
हिंसा की बढ़ती घटनाओं के बीच विपक्षी दल भाजपा के नेता सुवेंदु अधिकारी ने हालात पर चिंता जताते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है। उन्होंने केंद्र सरकार से मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की स्थायी तैनाती की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार पर स्थिति को संभालने में विफल रहने का आरोप लगाया है।

- मुर्शिदाबाद के जाफराबाद में आक्रोशित भीड़ ने पिता-पुत्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
- वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में लगातार दूसरे दिन हिंसा भड़की।
- जिले में धारा 163 लागू, इंटरनेट सेवा बंद, बीएसएफ की तैनाती की गई।
- शमशेरगंज और सूती में गाड़ियों को जलाया गया, रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया।
- भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय बलों की मांग करते हुए हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया।