Monday, April 28, 2025
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म्यांमार और बैंकॉक में भूकंप का कहर: 7.7 तीव्रता के झटकों से 1000 से ज्यादा मौतें, कई घायल

म्यांमार और थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है। म्यांमार में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 2000 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। भूकंप का केंद्र म्यांमार की राजधानी नेपिटॉ से करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर सैगाइंग शहर के पास जमीन के लगभग 10 किलोमीटर नीचे था। जोरदार झटकों के कारण सैगाइंग शहर में कई इमारतें धराशायी हो गईं और सड़कों पर मलबा बिखर गया।

भूकंप का प्रभाव सिर्फ म्यांमार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी महसूस किया गया। बैंकॉक में कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है और कई इमारतों में दरारें आ गई हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।

मलबे में फंसे लोग, राहत कार्य में जुटी टीमें

भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य जोरों पर है। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना और स्थानीय प्रशासन मिलकर काम कर रहे हैं। एंबुलेंस और राहत टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।

भूकंप का केंद्र म्यांमार की राजधानी नेपिटॉ से करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर सैगाइंग शहर के पास जमीन के करीब 10 किलोमीटर नीचे था। सरकारी प्रसारक एमआरटीवी के मुताबिक, राजधानी नेपिटॉ के एक अस्पताल में भी कई लोगों की मौत हुई है। मांडले में एक मस्जिद ढह गई और एक यूनिवर्सिटी में आग लग गई, जिससे भारी नुकसान हुआ है।

अमेरिका ने जताई 10 हजार मौतों की आशंका

अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने आशंका जताई है कि म्यांमार में भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा 10 हजार के पार जा सकता है। हालांकि, अब तक म्यांमार और बैंकॉक में नुकसान का आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है।

भूकंप का प्रभाव 900 किलोमीटर दूर थाईलैंड के बैंकॉक तक महसूस किया गया, जहां कई इमारतें जमींदोज हो गईं। पुलिस और डॉक्टर्स के मुताबिक, बैंकॉक में एक निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत गिर गई, जिसमें 43 श्रमिक फंस गए।

91 साल पुराना आवा ब्रिज भी हुआ ध्वस्त

म्यांमार के सैगाइंग शहर में इरावड़ी नदी पर बना 91 साल पुराना आवा ब्रिज भूकंप के झटकों से टूट गया। यह पुल ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था और स्थानीय परिवहन का एक महत्वपूर्ण माध्यम था।

जुंटा प्रमुख ने की अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील

म्यांमार के जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने इमरजेंसी घोषित करते हुए अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है। थाईलैंड और म्यांमार में आए भूकंप के बाद भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।

भारत करेगा राहत सामग्री भेजने की तैयारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड में आए भीषण भूकंप पर चिंता जताई है। उन्होंने दोनों देशों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। भारत शनिवार को म्यांमार को लगभग 15 टन राहत सामग्री भेजने की योजना बना रहा है। इसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, जेनरेटर सेट, कंबल, खाना, वाटर प्यूरीफायर, सोलर लैंप और दवाइयां शामिल होंगी।

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