पाकिस्तान सीमा से लगे राज्यों में आज यानी 29 मई को जो मॉक ड्रिल होनी थी, उसे अब 31 मई तक टाल दिया गया है। यह मॉक ड्रिल ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत होनी थी और इसका मकसद नागरिक सुरक्षा को परखना था। बताया गया कि कुछ प्रशासनिक तैयारियां पूरी नहीं हो पाने की वजह से इसे दो दिन आगे बढ़ाया गया है।
तीन रातों की झड़प के बाद बढ़ी सतर्कता
हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर पर तीन रातों तक जबरदस्त झड़पें हुई थीं। उसके बाद से ही सीमावर्ती इलाकों में तनाव का माहौल बना हुआ है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की तरफ से भारत के धार्मिक स्थलों और आम नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया, जिसके बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब ‘शील्ड’ की तैयारी
7 मई को ऑपरेशन सिंदूर से पहले पूरे देश में मॉक ड्रिल कराई गई थी। उसी रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के नौ ठिकानों को ध्वस्त किया था। अब ऑपरेशन शील्ड के जरिए ये देखा जाएगा कि अगर सीमा पार से कोई हमला होता है तो राज्यों की तैयारी कैसी है।
31 मई को पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में मॉक ड्रिल
ऑपरेशन शील्ड के तहत अब 31 मई को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ में बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल की जाएगी। इसमें एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस, स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और अन्य आपातकालीन एजेंसियां शामिल होंगी।
पहली मॉक ड्रिल में जो कमियां दिखीं, उन्हें दूर किया जाएगा
7 मई की पहली ड्रिल में जो खामियां दिखीं थीं, अब उन्हें ध्यान में रखकर इस बार की एक्सरसाइज को और मजबूत और व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि इस अभ्यास से सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ेगा और आपदा की स्थिति में एजेंसियों का तालमेल भी जांचा जा सकेगा।

- ऑपरेशन शील्ड के तहत होने वाली मॉक ड्रिल अब 31 मई को होगी, पहले यह 29 मई को तय थी।
- मॉक ड्रिल जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ में कराई जाएगी।
- हाल ही में हुई भारत-पाक झड़पों के बाद यह मॉक ड्रिल और अहम मानी जा रही है।
- ड्रिल में एनडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग समेत कई एजेंसियां शामिल होंगी।
- पिछली ड्रिल की कमियों को ध्यान में रखकर इस बार अभ्यास को और मजबूत किया जाएगा।