राजस्थान सरकार राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप 2025-26 सत्र से कोर्स अपग्रेड किए जाएंगे। इस प्रक्रिया में एक अहम प्रस्ताव यह है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को स्कूली किताबों में शामिल किया जाए। इसके जरिए छात्रों को भारतीय सेना के अद्वितीय साहस और आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों से अवगत कराया जाएगा।
‘सिंदूर’ नाम से आ सकती है किताब
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस विषय पर विभागीय स्तर पर गंभीर मंथन चल रहा है। बताया जा रहा है कि एक किताब को ‘सिंदूर’ नाम दिया जाएगा, जिसमें ऑपरेशन की पूरी जानकारी और घटनाक्रम को सरल और प्रेरणादायक अंदाज में प्रस्तुत किया जाएगा। यह प्रयास नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना और सुरक्षा बलों के प्रति सम्मान बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है।
डिप्टी सीएम और शिक्षा बोर्ड ने दी संकेत
राज्य के डिप्टी सीएम पीसी बैरवा ने मीडिया को बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सिलेबस का हिस्सा बनाने को लेकर एक्सपर्ट कमेटी से विचार-विमर्श जारी है। राजस्थान बोर्ड के सचिव कैलाश चंद शर्मा ने भी स्पष्ट किया कि पाठ्यक्रम में कोई भी बदलाव पाठ्यक्रम समिति की अनुशंसा पर ही होगा। समिति की सिफारिशों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 निहत्थे पर्यटकों को गोलीबारी में मार डाला था। इस नृशंस घटना के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया। इस कार्रवाई में कई आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया गया। ऑपरेशन के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में ड्रोन भेजने की कोशिश की, जिसे सेना ने मुस्तैदी से विफल कर दिया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ स्थगित, बंद नहीं
इन घटनाओं के बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत से संपर्क कर सीजफायर की पेशकश की, जिसे भारत ने मान लिया। हालांकि, भारतीय सेना ने साफ कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर को पूरी तरह बंद नहीं किया गया है, केवल अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है। भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि देश में भविष्य में किसी भी आतंकी घटना को युद्ध की तरह लिया जाएगा।