सोमवार को जब तीनों सेनाओं के प्रमुख मीडिया के सामने आए, उससे कुछ देर पहले इंडियन आर्मी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जो वीडियो जारी किया, वो देख किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं. वीडियो में सिर्फ बम और धमाके नहीं थे, बल्कि भावनाओं का ज्वार भी था. इस वीडियो को कविवर रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता की पंक्ति “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है” से जोड़ा गया.
आतंकी ठिकानों पर सीधी चोट
ये वीडियो एक तरह से पाकिस्तान और आतंकियों के गठजोड़ को दुनिया के सामने उजागर करने वाला रहा. पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने तय कर लिया था कि अब जवाब कड़ा होगा. और हुआ भी यही. सेना ने आतंकियों के लॉन्चपैड, ट्रांजिट रूट और ट्रेनिंग कैम्प को निशाना बनाते हुए जबरदस्त कार्रवाई की.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत और मकसद
इस ऑपरेशन की नींव उसी दिन पड़ गई थी जब पहलगाम में हमारे जवानों पर हमला हुआ. इंडियन आर्मी, एयरफोर्स और नेवी—तीनों ने मिलकर तय किया कि अब हर उस ठिकाने को खत्म करना है जो भारत में खून बहाने की साजिश रच रहे हैं. इस मिशन का नाम रखा गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’—जो ना सिर्फ प्रतिशोध का प्रतीक है, बल्कि एक नई लाल रेखा भी है जिसे पार करने की इजाज़त अब किसी को नहीं.
प्रेस ब्रीफिंग में सेना ने क्या कहा
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमें एयर डिफेंस के जवाब को एक खास कॉन्टेक्स्ट में देखना होगा. उन्होंने साफ कहा, “पहलगाम तक पाप का घड़ा भर चुका था, और हमने पहले ही तैयारी कर ली थी.” वहीं एयर मार्शल एके भारती बोले, “हमने पहले आतंकवादियों को टारगेट किया, लेकिन जब पाकिस्तान उनके साथ खड़ा हो गया, तो लड़ाई की शक्ल बदल गई.”
कविता का असर और संदेश
इस वीडियो में ‘रश्मिरथी’ की जो कविता इस्तेमाल हुई है, वो कोई आम कविता नहीं. जब श्रीकृष्ण हस्तिनापुर शांति प्रस्ताव लेकर गए थे और दुर्योधन से बस पांच गांव मांगे थे, तो उन्होंने यही कहा था कि युद्ध किसी भी हाल में आखिरी रास्ता होना चाहिए. लेकिन जब विवेक मरता है, तो युद्ध ही एकमात्र जवाब बनता है. सेना ने इसी संदेश को आज की भाषा में दुनिया तक पहुंचाया.

- Indian Army ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का वीडियो जारी किया, जिसमें दिनकर की कविता के बोल भी शामिल थे।
- ये ऑपरेशन पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को खत्म करने के मकसद से शुरू किया गया था।
- वीडियो में दिखाया गया कि कैसे सेना ने आतंकियों के लॉन्चपैड और ठिकानों को ध्वस्त किया।
- प्रेस ब्रीफिंग में तीनों सेना प्रमुखों ने पाकिस्तान की भूमिका पर भी बड़ा बयान दिया।
- दिनकर की कविता ने इस वीडियो को एक भावनात्मक और वैचारिक गहराई दी, जिससे जनता सीधे जुड़ सकी।