शुक्रवार रात हरियाणा के सिरसा एयरबेस को पाकिस्तान ने फतह मिसाइल से निशाना बनाने की कोशिश की। सेना की एयर डिफेंस यूनिट ने मिसाइल को लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही मार गिराया। शनिवार सुबह सिरसा के आसपास 16 किलोमीटर के दायरे में मिसाइल के टुकड़े बिखरे हुए मिले, जिन्हें स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को सौंप दिया।
विदेश मंत्रालय बोला- एयरबेस पूरी तरह सुरक्षित
दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि सिरसा एयरबेस पर अटैक की कोशिश की गई थी, लेकिन वह पूरी तरह से सुरक्षित है। हालात को देखते हुए सिरसा में दो कंट्रोल रूम भी सक्रिय कर दिए गए हैं। आमजन सहायता के लिए कंट्रोल रूम के नंबर जारी किए गए हैं: 01666-248882, 01666-247251 और 01666-248101।
सिरसा यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं स्थगित
सुरक्षा के मद्देनजर चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी की सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। वहीं सिरसा से सटे हिसार जिले में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां तीन प्रमुख अस्पतालों में बर्न वार्ड बनाए गए हैं ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सा सुविधा दी जा सके।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आपात बैठक बुलाई
सिरसा हमले के तुरंत बाद हरियाणा सरकार ने पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर रखा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने चंडीगढ़ में आपात बैठक बुलाई, जिसमें सभी जिलों के डीसी, एसपी और वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। बैठक में राज्य की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
राज्यभर में ब्लैकआउट और शेल्टर निर्माण के आदेश
- अंबाला, पंचकूला और पानीपत में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है।
- गुरुग्राम की सभी रेजिडेंट्स वेल्फेयर एसोसिएशनों को अपने बेसमेंट में आपातकालीन शेल्टर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
- डॉक्टरों, फायर ब्रिगेड, पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
- राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में 25% बेड आरक्षित कर दिए गए हैं।
हांसी और करनाल में गांवों में सायरन लगाने के आदेश
हांसी में रात 8 बजे से पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है, जो अगले आदेश तक जारी रहेगा। एसडीएम राजेश खोथ ने यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया है। वहीं करनाल जिले के सभी गांवों में 48 घंटे के अंदर सार्वजनिक भवनों पर सायरन लगाने के आदेश जारी किए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में पूरे गांव को तुरंत सूचित किया जा सके।
ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए गए हैं कि सायरन की खरीद GEM पोर्टल या लोकल मार्केट से की जाए। साथ ही, बिजली की उपलब्धता और ऑपरेटर की नियुक्ति की जिम्मेदारी भी ग्राम पंचायत की होगी। फंड की कमी होने पर बीडीपीओ स्तर से सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
आपदा प्रबंधन के लिए 1.10 करोड़ रुपए मंजूर
हरियाणा सरकार ने आपदा प्रबंधन के तहत सभी जिलों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि मंजूर की है। कुल 1.10 करोड़ रुपए की यह राशि विशेष रूप से आपातकालीन तैयारियों के लिए इस्तेमाल की जाएगी। निर्देश दिए गए हैं कि इस राशि का उपयोग केवल निर्धारित उद्देश्यों के लिए किया जाए और सरकार की अनुमति के बिना निर्धारित सीमा से अधिक खर्च न किया जाए।