हरियाणा के नूंह जिले से गिरफ्तार पाकिस्तानी जासूस अरमान की पुलिस रिमांड खत्म हो गई है। उसे दोपहर करीब 2 बजे फिरोजपुर झिरका कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। अरमान को 16 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पकड़ा गया था, जब वो भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था।
8 मोबाइल और पासपोर्ट से मिले बड़े सुराग
पुलिस ने रिमांड के दौरान अरमान के पास से 8 मोबाइल फोन और एक पासपोर्ट बरामद किया है। इन मोबाइलों से जांच एजेंसियों को कई अहम सबूत मिले हैं—जैसे पाकिस्तानी एजेंट्स के नंबर, सेना से जुड़ी तस्वीरें और वॉट्सऐप पर संदिग्ध बातचीत। इससे साफ होता है कि अरमान लंबे समय से भारत की सुरक्षा से जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को दे रहा था।
पाकिस्तान में रिश्तेदारी और एजेंट्स से सीधा संपर्क
जांच में सामने आया कि अरमान की पाकिस्तान में रिश्तेदारी है और वह वहां दो बार जा चुका है। वहीं से वह पाक दूतावास में तैनात एजेंट दानिश के संपर्क में आया, जिसने उसे ISI के लिए जासूसी करने को तैयार किया। दानिश को अरमान ने भारतीय सिम कार्ड मुहैया कराए और 2025 के डिफेंस एक्सपो की साइट तक की जानकारी दी थी।
गांव कंगारका में तारीफ के घर छापा, पासपोर्ट की कॉपी मिली
इसी मामले में गिरफ्तार हुए दूसरे आरोपी मोहम्मद तारीफ के गांव कंगारका में बुधवार को भारी पुलिस बल के साथ छापा मारा गया। पुलिस ने उसके घर को चारों तरफ से घेर कर करीब एक घंटे तक तलाशी ली। इस दौरान पासपोर्ट की छाया प्रति और कुछ जरूरी दस्तावेज मिले। परिजन का कहना है कि तारीफ का असली पासपोर्ट 4 महीने पहले पाक दूतावास में जमा हो चुका है।
तारीफ भी ISI को देता था जानकारी, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
पुलिस ने तारीफ को 7 दिन की रिमांड पर लिया है। आरोप है कि वह दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के दो कर्मचारियों को भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारी वॉट्सऐप पर भेजता था। सोशल मीडिया पर तारीफ का एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें वह कह रहा है कि नूंह से सिम खरीद कर पाक नागरिक आसिफ बलोच को सौंपे थे। बदले में उसे वीजा मिला।

- पाकिस्तानी एजेंट अरमान को नूंह के गांव राजाका से 16 मई को गिरफ्तार किया गया था।
- रिमांड के दौरान अरमान से 8 मोबाइल फोन और पासपोर्ट जब्त किए गए।
- मोबाइल से वॉट्सऐप चैट, पाक एजेंट्स के नंबर और सैन्य जानकारी मिली।
- अरमान की पाकिस्तान में रिश्तेदारी और ISI एजेंट दानिश से संपर्क की पुष्टि हुई।
- मोहम्मद तारीफ भी ISI को सिम कार्ड और सैन्य जानकारी देता था, वीडियो भी वायरल।