पंचकूला सेक्टर-27 में सोमवार रात आत्महत्या करने वाले कारोबारी प्रवीण मित्तल और उनके परिवार के सभी सात शवों का मंगलवार को पंचकूला सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि सभी ने जहर मिलाई हुई कोल्ड ड्रिंक का सेवन किया था। जांच के लिए सभी के खून के सैंपल और विसरा एफएसएल भेजा गया है, ताकि ज़हर की प्रकृति की पुष्टि की जा सके।
अंतिम संस्कार पर परिजनों में विवाद
पोस्टमार्टम के दौरान ही मृतक प्रवीण मित्तल की पत्नी रीना मित्तल के मायके और ससुराल पक्ष के बीच तीखी कहासुनी हो गई। रीना के पिता राकेश गुप्ता ने मित्तल के परिजनों पर आरोप लगाया कि जब परिवार कर्ज में डूबा था, तब किसी ने मदद नहीं की। उनका कहना था कि अब सभी केवल औपचारिकता निभाने के लिए सामने आए हैं।
एक साथ किए गए सभी शवों का संस्कार
विवाद उस समय और बढ़ गया जब राकेश गुप्ता ने अपनी बेटी, नाती-नातिन का अंतिम संस्कार खुद करने की बात कही, लेकिन दामाद प्रवीण मित्तल को इस से अलग रखने की मांग की। उनका आरोप था कि मित्तल ने ही परिवार को ज़हर दिया। दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज तक की नौबत आ गई, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। समझाइश के बाद सभी शवों का अंतिम संस्कार एकसाथ मनीमाजरा के श्मशान घाट पर किया गया।
कर्ज के बोझ तले दबा था परिवार
प्रवीण मित्तल पर बैंकों और लेनदारों का करोड़ों का कर्ज था। अपनी स्क्रैप फैक्ट्री बंद होने के बाद वह पंचकूला, खरड़, देहरादून और कोलकाता में पते बदलते रहे। हाल ही में वह टैक्सी चलाकर गुज़ारा कर रहे थे। उनका परिवार दो कमरे के किराए के मकान में रह रहा था। मकान मालिक मनीष चौधरी ने बताया कि परिवार बीते 25 दिनों से वहां रह रहा था और किसी प्रकार के तनाव का अंदेशा नहीं हुआ।
देहरादून से आया था मित्तल परिवार
प्रवीण मित्तल का परिवार नौ महीने पहले तक देहरादून के कोलागढ़ इलाके में किराए पर रह रहा था। उनके पास से मिला वाहन देहरादून निवासी गंभीर सिंह नेगी के नाम पर रजिस्टर्ड है। नेगी ने बताया कि उनकी प्रवीण मित्तल से एनजीओ के कार्य के दौरान मुलाकात हुई थी और बाद में उन्होंने मित्रता के चलते वाहन फाइनेंस करवाया।
पुलिस की पांच टीमें जांच में जुटीं
पंचकूला पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। डीसीपी क्राइम अमित दहिया के अनुसार, पांच विशेष टीमें घटनास्थल, इलाके और मृतकों से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही हैं। सीसीटीवी फुटेज, सोशल मीडिया अकाउंट और बैंक ट्रांजैक्शंस की भी गहनता से पड़ताल की जा रही है। भले ही मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का लगता हो, लेकिन पुलिस कोई भी संभावना नज़रअंदाज नहीं कर रही है।