राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पटना के बापू सभागार में एक अहम ऐलान कर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी। उन्होंने साफ कहा कि उनकी पार्टी का अब एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से कोई संबंध नहीं रहेगा। पारस ने जनता के सामने मंच से कहा, “आज से हम एनडीए के साथ नहीं हैं, एनडीए से हमारा कोई संबंध नहीं है।” यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की आहट तेज़ हो चुकी है।
केंद्र और राज्य सरकारों पर जमकर बरसे पारस
पशुपति पारस ने केवल गठबंधन तोड़ने की घोषणा ही नहीं की, बल्कि एनडीए के दोनों प्रमुख घटकों – केंद्र की भाजपा सरकार और बिहार की नीतीश कुमार सरकार – पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह सरकारें न केवल भ्रष्ट हैं बल्कि दलित विरोधी भी हैं। पारस ने आरोप लगाया कि संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया गया, जो कि दलितों का खुला अपमान है। उन्होंने इसे बर्दाश्त न करने की बात कहते हुए सरकार की नीयत पर सवाल उठाए।
भारत रत्न की मांग और दलित सम्मान का मुद्दा
इस मौके पर पारस ने अपने दिवंगत भाई और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के लिए भारत रत्न की मांग भी दोहराई। उन्होंने कहा कि पासवान जी ने जीवनभर सामाजिक न्याय और दलितों के हक की लड़ाई लड़ी, ऐसे में उन्हें भारत रत्न दिया जाना चाहिए। उन्होंने इसे देश के करोड़ों दलितों का सम्मान बताया और इस मांग को आगे भी उठाते रहने का संकल्प लिया।
243 सीटों पर स्वतंत्र चुनाव की तैयारी
पारस ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि रालोजपा अब बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर सदस्यता अभियान शुरू कर रही है और चुनावी तैयारी भी पूरी ताकत से करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर संगठन को मजबूत करेंगे और जनता के मुद्दों को केंद्र में रखकर चुनाव लड़ेंगे। उनका कहना था कि पार्टी अब किसी दबाव में नहीं है और स्वतंत्र निर्णय लेगी।
गठबंधन पर खुला रुख, सम्मान को दी प्राथमिकता
हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी चुनावों में यदि कोई राजनीतिक दल उन्हें सम्मानपूर्वक साथ लेना चाहता है तो उस विकल्प को भी पार्टी विचार करेगी। पारस ने कहा कि गठबंधन का फैसला वे अकेले नहीं करेंगे, बल्कि पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं से सलाह लेकर ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने साफ किया कि वर्तमान में पार्टी किसी भी गठबंधन में नहीं है और स्वतंत्र रूप से अपनी तैयारी कर रही है।

- पशुपति पारस ने पटना में एनडीए से गठबंधन खत्म करने का एलान किया।
- केंद्र और बिहार सरकार को दलित विरोधी व भ्रष्ट बताते हुए तीखा हमला किया।
- रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग दोहराई।
- रालोजपा सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी।
- भविष्य में सम्मानजनक प्रस्ताव मिलने पर गठबंधन पर पुनर्विचार की संभावना जताई।