प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दो दिवसीय दौरे पर साइप्रस पहुंचे, जहां राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने एयरपोर्ट पर उनका रेड कार्पेट स्वागत किया। पारंपरिक गर्मजोशी से हुए इस स्वागत के बाद प्रधानमंत्री सीधे लिमासोल पहुंचे, जहां होटल के बाहर भारतीय समुदाय ने उनका ज़ोरदार अभिनंदन किया। मोदी ने बच्चों को स्नेह दिया और ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच लोगों से संवाद किया।
साइप्रस को बताया निवेश का द्वार
प्रधानमंत्री मोदी और साइप्रस के राष्ट्रपति के बीच व्यापारिक सहयोग बढ़ाने को लेकर अहम बैठक हुई। बैठक में मोदी ने कहा, “साइप्रस को हम यूरोप के प्रवेश-द्वार की तरह देखते हैं। यह भारत का भरोसेमंद साझेदार है।” उन्होंने बताया कि यहां कई भारतीय कंपनियों की उपस्थिति है, और द्विपक्षीय व्यापार को और ऊंचाई देने की जरूरत है।
India looks forward to deepening friendship with Cyprus!
— Narendra Modi (@narendramodi) June 15, 2025
Here are highlights from the welcome today… pic.twitter.com/JOU7lzF9EJ
UPI से जुड़ने की बातचीत जारी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने भारत की डिजिटल ताकत पर विशेष ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “आज दुनिया के 50% डिजिटल लेन-देन भारत में UPI के ज़रिए होते हैं। फ्रांस जैसे देश इससे जुड़ चुके हैं और अब साइप्रस से भी बातचीत चल रही है।” उन्होंने इसे भारत की तकनीकी नेतृत्व क्षमता का उदाहरण बताया।
स्टार्टअप्स बेच रहे हैं समाधान
मोदी ने भारतीय नवाचार को नई वैश्विक पहचान देने वाले स्टार्टअप्स की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “हमारे एक लाख से अधिक स्टार्टअप केवल सपने नहीं बेचते, समाधान बेचते हैं।” उन्होंने बताया कि भारत अब हर साल 100 अरब डॉलर से अधिक का निवेश बुनियादी ढांचे के विकास में कर रहा है और मैन्युफैक्चरिंग से लेकर पोर्ट विकास तक को प्राथमिकता दी जा रही है।
भारत बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत-साइप्रस CEO फोरम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और बहुत जल्द तीसरे स्थान पर होगा। “भारत अब स्पष्ट नीतियों, निर्णायक नेतृत्व और वैश्विक आर्थिक साझेदारी की दिशा में आगे बढ़ रहा है,” मोदी ने कहा।
दौरे की आगे की रूपरेखा
प्रधानमंत्री मोदी इस समय चार दिन के विदेश दौरे पर हैं। साइप्रस में 16 जून को दूसरे दिन की बैठकें होंगी, जिसके बाद वे कनाडा रवाना होंगे, जहां 17 जून को G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। 18 जून को वे क्रोएशिया जाएंगे और 19 जून को स्वदेश लौटेंगे।