Monday, April 28, 2025
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मौत के करीब थे पोप फ्रांसिस, डॉक्टरों ने इलाज रोकने का लिया था फैसला, एक नर्स की जिद ने बचाई जिंदगी

पोप फ्रांसिस की हालत फरवरी में इतनी गंभीर हो गई थी कि डॉक्टरों ने उनके इलाज को रोकने का फैसला कर लिया था, ताकि वे शांति से दुनिया को अलविदा कह सकें। लेकिन उनकी निजी नर्स ने इस फैसले से इनकार कर दिया और इलाज जारी रखने को कहा।

88 वर्षीय पोप को सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पांच हफ्ते तक गहन इलाज के बाद 23 मार्च को उन्हें छुट्टी दे दी गई।

उल्टी अंदर जाने से बढ़ गई थी परेशानी

रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती पोप को कई बार सांस लेने में गंभीर दिक्कत हुई। सबसे बड़ी समस्या 28 फरवरी को आई, जब उन्होंने गलती से उल्टी को अंदर ले लिया, जिससे उनके फेफड़ों पर दबाव बढ़ गया और उनकी सांसें अटक गईं।

अस्पताल के सर्जन सर्जियो अल्फीरी के मुताबिक, “पोप की हालत इतनी बिगड़ गई थी कि हमें यकीन हो गया था कि वे बच नहीं पाएंगे। हमें इलाज रोकने या कोई नया रास्ता अपनाने का फैसला करना था। लेकिन नया इलाज शुरू करने में अंदरूनी अंगों को नुकसान पहुंचने का जोखिम था।”

नर्स ने इलाज जारी रखने पर दिया जोर

जब पोप की निजी नर्स मैसिमिलियानो स्ट्रेपेटी से इस बारे में राय मांगी गई, तो उन्होंने इलाज बंद करने से इनकार कर दिया। उन्होंने मेडिकल टीम को हर संभव प्रयास करने के लिए कहा। नर्स के फैसले पर अमल करने से पोप की हालत में धीरे-धीरे सुधार होने लगा।

मौत को करीब से देख चुके थे पोप

डॉ. अल्फीरी के अनुसार, पोप को भी लगने लगा था कि वे ज्यादा समय तक जीवित नहीं रहेंगे। लेकिन नर्स के आग्रह पर जब इलाज जारी रखा गया, तो उनकी स्थिति में तेजी से सुधार हुआ।

10 मार्च को डॉक्टरों ने घोषणा की कि अब उनकी जान को कोई खतरा नहीं है। जैसे ही वे बेहतर महसूस करने लगे, उन्होंने व्हीलचेयर पर घूमना शुरू कर दिया और अपने देखभाल करने वाले स्टाफ के लिए पिज्जा पार्टी रखी।

पूरी तरह ठीक होने में लगेंगे दो महीने

डॉक्टरों के अनुसार, पोप को पूरी तरह से ठीक होने के लिए अभी दो महीने का आराम चाहिए। लंबी हाई-फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी के कारण उन्हें दोबारा बोलना सीखना पड़ेगा।

वेटिकन कार्डिनल विक्टर मैनुअल फर्नांडीज ने कहा कि पोप धीरे-धीरे अपनी ताकत वापस पा रहे हैं। वेटिकन ने यह भी बताया कि इलाज के दौरान भी वे अस्पताल से अपना काम संभाल रहे थे।

बता दें कि पोप फ्रांसिस पहले भी 2021 में डायवर्टीकुलिटिस और 2023 में हर्निया की सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं।

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