लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देश के लिए शहीद एक जवान के परिवार से किया वादा छह साल बाद भी निभाया। वे शहीद की बेटी की शादी में मायरा लेकर पहुंचे और सभी परंपराओं को निभाते हुए मायरा भरा।
ओम बिरला ने उन्हें चुनरी ओढ़ाई, और मधुबाला ने उन्हें तिलक लगाकर आरती उतारी। समारोह में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर भी मौजूद रहे। मायरे की रस्म के दौरान जब शहीद हेमराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि दी गई, तो वहां मौजूद हर व्यक्ति भावुक हो उठा।
जानकारी के अनुसार कोटा के सांगोद के रहने वाले हेमराज मीणा 2019 में पुलवामा हमले में शहीद हो गए थे। तब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने वीरांगना मधुबाला से हर संभव मदद का भरोसा दिया था। तब से ही ओम बिरला और वीरांगना मधुबाला के बीच पिछले छह वर्षों से एक भावनात्मक भाई-बहन का रिश्ता कायम है। मधुबाला हर रक्षाबंधन पर ओम बिरला को राखी बांधती हैं, और बिरला हर साल परिवार के सुख-दुख में उनके साथ खड़े रहते हैं।
अब शहीद की बेटी के विवाह पर बिड़ला परंपरानुसार मायरा लेकर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वीरांगना को चुनड़ी ओढ़ाई और मायरा भरा। वे काफी देर तक शादी में रुके।
महापुरुषों की जयंती पर बोले बिरला—वंचितों तक पहुंचें अधिकार और शिक्षा
इसके बाद बिरला नयापुरा के महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फुले और डॉ. भीमराव आम्बेडकर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “महात्मा फुले ने शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बनाया और बाबासाहेब ने संविधान के ज़रिए अंतिम व्यक्ति तक अधिकार पहुंचाया।”
बिरला ने बताया कि सरकार वंचित वर्ग के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनका उद्देश्य हर गांव, हर परिवार तक अधिकार और स्वावलंबन पहुंचाना है। उन्होंने इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर सशक्त रूप से लागू करने की जरूरत पर ज़ोर दिया।