राजस्थान के फलोदी में रविवार तड़के एक लोक सांस्कृतिक आयोजन के दौरान एक हृदयविदारक हादसा हुआ, जब राजा भृतहरि रमत के मंचन के बीच कलाकार शांतिलाल का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यह हादसा मगरिया चौक में उस समय हुआ, जब शांतिलाल ‘मृगणी’ का किरदार निभा रहे थे और दर्शकों की तालियों के बीच मंच पर प्रदर्शन कर रहे थे।
रातभर चला था मंचन, तड़के 3:30 बजे घटी घटना
राजस्थान की पारंपरिक रमत शैली में आयोजित यह कार्यक्रम शनिवार रात 9 बजे शुरू हुआ था और पूरी रात चला। शांतिलाल की प्रस्तुति तड़के करीब 3:30 बजे चल रही थी, जब उन्हें अचानक चक्कर आया और उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की। पहले तो दर्शकों ने इसे अभिनय का हिस्सा समझा, लेकिन कुछ ही क्षणों में मंच पर सन्नाटा पसर गया।
अस्पताल पहुंचने से पहले गई जान
शांतिलाल को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार उन्हें हार्ट अटैक आया था। इस दुखद हादसे ने ना सिर्फ उनके परिवार को, बल्कि पूरे फलोदी कस्बे को गहरे शोक में डाल दिया है।
लोकनाट्य परंपरा के समर्पित कलाकार थे शांतिलाल
शांतिलाल कई वर्षों से फलोदी में होने वाली लोकनाट्य परंपराओं का हिस्सा रहे हैं। ‘राजा भृतहरि रमत’ में उनकी भूमिका खास मानी जाती थी। सह-कलाकार गोपाल सिंह ने बताया, “शांतिलाल भाई मंच पर जीवन डाल देते थे। उनकी यह अंतिम प्रस्तुति हमेशा याद रखी जाएगी।”