हर साल 23 मार्च को भारत शहीद दिवस (Shaheed Diwas) के रूप में मनाता है, यह दिन उन वीर क्रांतिकारियों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को समर्पित है, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। इस दिन पूरे देश में श्रद्धांजलि सभाएं, कैंडल मार्च और कई देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का बलिदान
23 मार्च 1931 को ब्रिटिश हुकूमत ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी दे दी थी। उनका अपराध केवल इतना था कि वे भारत को आज़ाद देखना चाहते थे। उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की नीतियों का खुलकर विरोध किया और देश के युवाओं को क्रांति की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया।
शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के 20 क्रांतिकारी विचार
शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं। उनके इन शब्दों में देशभक्ति, त्याग और क्रांति की भावना झलकती है।
भगत सिंह के विचार
1️⃣ “बम और पिस्तौल क्रांति नहीं लाते, क्रांति की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है।”
2️⃣ “यदि बहरों को सुनाना है, तो आवाज़ को ज़ोरदार करना होगा।”
3️⃣ “किसी को ‘क्रांति’ शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो पुरानी व्यवस्था जो स्पष्ट रूप से अन्यायपूर्ण है, उसे उखाड़ फेंकना ही क्रांति है।”
4️⃣ “स्वतंत्रता हर इंसान का अधिकार है, जो इसे छीनता है वह अपराधी है।”
5️⃣ “क्रांति कोई अपराध नहीं है। यह एक न्यायसंगत अधिकार है।”
6️⃣ “मैं एक इंसान हूं और जो भी चीज़ें मानवता को प्रभावित करती हैं, उनसे मुझे फर्क पड़ता है।”
7️⃣ “प्रेमी, पागल और कवि एक ही चीज़ से बने होते हैं।”
8️⃣ “क्रांति के लिए जरुरी नहीं कि हर हाथ में बंदूक हो, बल्कि उसमें विचारों की आग होनी चाहिए।”
9️⃣ “देशभक्ति कोई दिखावा नहीं, बल्कि यह आत्मा की गहराई से निकलने वाली भावना होनी चाहिए।”
🔟 “जो व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है, उसे हर रूढ़िवादी चीज़ की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा और चुनौती देनी होगी।”
सुखदेव के विचार
1️⃣ “देश के लिए मरना आसान है, लेकिन अपने जीवन को देश के लिए जीना कहीं ज्यादा कठिन है।”
2️⃣ “हमारे खून का हर कतरा इस देश के नाम होना चाहिए।”
3️⃣ “आजादी कोई भीख नहीं होती, इसे छीनना पड़ता है।”
4️⃣ “जो इंसान डर के साए में जीता है, वह कभी इतिहास नहीं रच सकता।”
5️⃣ “क्रांति की भावना केवल सरकारें गिराने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि एक न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए होनी चाहिए।”
राजगुरु के विचार
1️⃣ “एक सच्चे क्रांतिकारी के लिए अपने विचार ही सबसे बड़ी शक्ति होते हैं।”
2️⃣ “अगर हमारा उद्देश्य सही है, तो हमें अपने रास्ते की कठिनाइयों से डरने की जरूरत नहीं।”
3️⃣ “देश की स्वतंत्रता के लिए दिया गया बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाता।”
4️⃣ “हमारा लक्ष्य केवल अंग्रेजों को भगाना नहीं, बल्कि एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जो न्यायपूर्ण और समानता आधारित हो।”
5️⃣ “हर व्यक्ति के दिल में देश के लिए कुछ करने की आग होनी चाहिए, तभी सच्ची आज़ादी आएगी।”
देशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम
हर साल इस दिन विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक संस्थानों में श्रद्धांजलि सभाएं, भाषण, प्रदर्शनी और संगोष्ठियां आयोजित की जाती हैं। लोग शहीद स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित कर, उनकी याद में कैंडल मार्च और देशभक्ति गीतों के कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु केवल नाम नहीं, बल्कि भारत की युवा पीढ़ी के लिए आदर्श हैं। उनके विचार और बलिदान आज भी लोगों को न्याय, स्वतंत्रता और सच्चे राष्ट्रवाद की प्रेरणा देते हैं।