नेशनल ब्रेकिंग. केंद्र सरकार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को लेकर अहम फैसला लेने वाली है। तिमाही आधार पर तय होने वाली इन दरों में अप्रैल से जून तिमाही के लिए संशोधन संभव है। सुकन्या समृद्धि योजना भी इन योजनाओं में शामिल है, जिसमें मामूली निवेश कर अभिभावक अपनी बेटी के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित कर सकते हैं।
योजना की खास विशेषताएं
इस योजना में माता-पिता अपनी बेटी के जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक खाता खोल सकते हैं। प्रत्येक बालिका के लिए एक खाता खोला जा सकता है और माता-पिता अधिकतम दो खाते खोलने के पात्र हैं। विशेष मामलों जैसे जुड़वां या तीन बच्चे होने पर अधिक खाते खोलने की अनुमति दी जाती है।
जरूरी दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए जन्म प्रमाणपत्र, केवाईसी दस्तावेज (पहचान प्रमाण और निवास प्रमाण) आवश्यक होते हैं। यह खाता देशभर के किसी भी डाकघर या वाणिज्यिक बैंक शाखा में खोला जा सकता है।
निवेश और ब्याज दर
योजना में न्यूनतम 250 रुपये की प्रारंभिक जमा राशि से निवेश शुरू किया जा सकता है, जबकि अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये वार्षिक है। सरकार वर्तमान में इस योजना पर 8.2% वार्षिक ब्याज प्रदान कर रही है। इस योजना में 15 वर्षों तक धनराशि जमा की जा सकती है, और खाताधारक की 18 वर्ष की आयु पूरी होने या 10वीं कक्षा पास करने पर शिक्षा के लिए 50% तक की निकासी संभव है।
छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में संभावित बदलाव को देखते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार आगामी तिमाही के लिए क्या निर्णय लेती है।

- नई ब्याज दरों की घोषणा जल्द: सरकार अप्रैल-जून तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों की घोषणा करने वाली है।
- सुकन्या समृद्धि योजना पर असर: यह योजना 8.2% वार्षिक ब्याज दर प्रदान करती है, जो माता-पिता को अपनी बेटियों के भविष्य के लिए बचत करने का अवसर देती है।
- खाता खोलने के नियम: माता-पिता अपनी बेटी के जन्म से 10 वर्ष की आयु तक खाता खोल सकते हैं, और अधिकतम दो खाते खोलने की अनुमति होती है।
- निवेश की सीमा: न्यूनतम 250 रुपये से शुरू होकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये सालाना तक जमा किए जा सकते हैं, जिससे उच्च रिटर्न मिलता है।
- भविष्य की योजना: यदि नई ब्याज दरों में बदलाव होता है, तो इससे लाखों निवेशकों पर प्रभाव पड़ेगा। सरकारी योजनाओं की ताजा जानकारी के लिए अपडेटेड रहें।