Monday, April 28, 2025
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स्पेसएक्स ड्रैगन ने ISS पर की सफल डॉकिंग, 9 महीने से फंसी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स जल्द लौटेंगी पृथ्वी

इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन करीब 28 घंटे बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंच गया। भारतीय समयानुसार 16 मार्च की सुबह 9:40 बजे इसने डॉकिंग की और 11:05 बजे हैच ओपन हुआ। यह स्पेसक्राफ्ट 9 महीने से ISS में फंसी भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को पृथ्वी पर वापस लाएगा।स्पेसएक्स के फॉल्कन 9 रॉकेट से चार मेंबर की क्रू-10 टीम ने 16 मार्च को भारतीय समयानुसार सुबह 4:30 बजे उड़ान भरी थी। इसे केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। अब क्रू-10 टीम के ISS पहुंचने के बाद वहां मौजूद क्रू-9 के एस्ट्रोनॉट्स – निक हेग, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और अलेक्सांद्र गोरबुनोव ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में पृथ्वी पर लौटेंगे। नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स और उनकी टीम 19 मार्च को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से वापसी कर सकती है।

बोइंग स्टारलाइनर की खराबी से 8 दिन की यात्रा 9 महीने में बदली

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में सवार होकर स्पेस स्टेशन गए थे। यह सिर्फ 8 दिनों का मिशन था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण ऐसा नहीं हो सका। स्पेसक्राफ्ट में समस्या आने के बाद इसे बिना क्रू के ही ISS से वापस भेजना पड़ा। इस वजह से दोनों एस्ट्रोनॉट्स करीब 9 महीने से स्पेस में फंसे हुए थे।

सुनीता और विलमोर को ISS पर क्यों भेजा गया था?

दोनों एस्ट्रोनॉट्स NASA और Boeing के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ के तहत गए थे। इस मिशन में सुनीता विलियम्स स्पेसक्राफ्ट की पायलट थीं और बुच विल्मोर कमांडर थे। उन्हें ISS पर 8 दिन रहकर रिसर्च और एक्सपेरिमेंट करने के बाद पृथ्वी पर लौटना था।

लॉन्च के समय Boeing डिफेंस, स्पेस एंड सिक्योरिटी के प्रेसिडेंट और CEO टेड कोलबर्ट ने इसे स्पेस रिसर्च के नए युग की शानदार शुरुआत बताया था। इस मिशन का उद्देश्य स्पेसक्राफ्ट की क्षमता साबित करना था, जिससे भविष्य में इसका इस्तेमाल नियमित रूप से किया जा सके।

स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में क्या खराबी आई थी?

स्पेसक्राफ्ट के लॉन्च के समय से ही कई तकनीकी दिक्कतें थीं। 5 जून से पहले भी इसे कई बार लॉन्च करने की कोशिश हुई, लेकिन हर बार असफलता मिली। लॉन्च के बाद भी इसमें खराबी जारी रही। NASA ने बताया कि स्पेसक्राफ्ट के सर्विस मॉड्यूल के थ्रस्टर में हीलियम लीक था। लॉन्च के बाद 25 दिनों में स्पेसक्राफ्ट के कैप्सूल में 5 बार हीलियम लीक हुआ। 5 थ्रस्टर्स पूरी तरह काम करना बंद कर चुके थे। एक प्रॉपेलेंट वॉल्व पूरी तरह बंद नहीं हो सका। ISS में मौजूद क्रू और NASA के मिशन मैनेजर इसे ठीक करने में असफल रहे।

 Nationalbreaking.com । नेशनल ब्रेकिंग - सबसे सटीक

  • SpaceX का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट 28 घंटे की यात्रा के बाद 16 मार्च को ISS पर सफलतापूर्वक डॉक हुआ।
  • भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने बाद पृथ्वी लौटेंगे।
  • बोइंग स्टारलाइनर की तकनीकी खराबी के कारण 8 दिन का मिशन 9 महीने लंबा हो गया।
  • 19 मार्च को SpaceX Dragon क्रू-9 टीम को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए तैयार।
  • NASA और Boeing अब अपने स्पेसक्राफ्ट मिशनों में सुधार की योजना बना रहे हैं।
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