रविवार, जून 15, 2025
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हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षणों को पहचान लेंगे तो नहीं रहेगा खतरा, समय पर आदतें बदलने से रहेंगे एकदम स्वस्थ

हृदय में ब्लॉकेज (कोरोनरी धमनी रोग) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसके शुरुआती लक्षणों को पहचानना जरूरी है। इन लक्षणों में सीने में दर्द, सांस फूलना, थकान, चक्कर आना, और शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द शामिल हैं। समय पर इलाज से हृदय की सेहत में सुधार किया जा सकता है

नई दिल्ली. हृदय संबंधी समस्याएं, विशेषकर कोरोनरी धमनी रोग (Coronary Artery Disease, CAD), पूरी दुनिया में मौत का एक प्रमुख कारण हैं। यह रोग तब होता है जब दिल को रक्त प्रदान करने वाली धमनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह में रुकावट आती है और हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है। समय पर पहचान और उपचार इस समस्या से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। एक बार इस रोग की पहचान होने के बाद कुछ आदतों को बदलने से एकदम स्वस्थ्य रहा जा सकता है।

सात लक्षण जो संकेत देते हैं कि आपके हार्ट में हो सकता है ब्लॉकेज

  1. सीने में दर्द या जकड़न
    सीने में दर्द या जकड़न एक आम लक्षण है, जो शारीरिक गतिविधि, तनाव, या आराम करने पर भी हो सकता है। यदि यह दर्द गंभीर या लंबी अवधि तक बना रहे, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है।
  2. सांस फूलना
    हार्ट में ब्लॉकेज होने से शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे सांस फूलने या सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, खासकर जब कोई शारीरिक गतिविधि की जाए।
  3. थकान महसूस होना
    ब्लॉकेज के कारण दिल रक्त पंप करने में सक्षम नहीं होता, जिससे शरीर को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है, और मामूली गतिविधियों के बाद भी थकान महसूस होती है।
  4. चक्कर आना या सिर चकराना
    जब हृदय से रक्त का प्रवाह मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाता, तो इससे चक्कर आने या सिर चकराने की समस्या हो सकती है। कभी-कभी यह बेहोशी का कारण भी बन सकता है।
  5. तेज या अनियमित दिल की धड़कन
    अगर दिल बहुत तेज या अनियमित रूप से धड़कता है, तो यह संकेत हो सकता है कि हृदय रक्त पंप करने में संघर्ष कर रहा है।
  6. शरीर के अन्य भागों में दर्द
    छाती के अलावा कंधे, गर्दन, पीठ या बाहों में भी दर्द महसूस हो सकता है, जो हृदय संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है।
  7. ठंडा पसीना
    यदि बिना किसी कारण के अत्यधिक पसीना आ रहा हो, तो यह संकेत हो सकता है कि आपका हृदय तनाव में है।

अपनाएं ये उपाय

रक्त शुगर को नियंत्रित करें
हाई ब्लड शुगर आपके धमनियों में पट्टिका के विकास को बढ़ावा देता है, जिससे मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। भले ही किसी को मधुमेह न हो, फिर भी इसके स्तर पर निगरानी रखना जरूरी है। हर तीन साल में कम से कम एक बार रक्त शर्करा की जांच करवाना चाहिए।

रक्त कोलेस्ट्रॉल की निगरानी करें
रक्त में एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) की उच्च मात्रा से हृदय और मस्तिष्क की धमनियों में पट्टिका बन सकती है, जो धमनियों को अवरुद्ध कर देती है। यह विशेष रूप से हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। नियमित व्यायाम से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।

अपने रक्तचाप की जाँच करें
रक्तचाप की नियमित जांच महत्वपूर्ण है क्योंकि कई लोग इस बात से अनजान होते हैं कि उन्हें उच्च रक्तचाप है। दवाओं के अलावा, कम सोडियम आहार और वजन कम करना रक्तचाप को नियंत्रित करने के दो प्रभावी तरीके हैं।

धूम्रपान छोड़ें
धूम्रपान छोड़ने के तुरंत बाद शरीर में सुधार दिखने लगता है। हालांकि, यह आसान नहीं होता, लेकिन शोध के अनुसार, दवाओं और व्यवहार संबंधी उपचारों का संयोजन धूम्रपान छोड़ने की दर को बढ़ा सकता है।

स्वस्थ वजन बनाए रखें
स्वस्थ वजन बनाए रखना हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 से कम रखना जरूरी है, क्योंकि इससे हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसे स्वास्थ्य जोखिम कम हो सकते हैं।

शारीरिक गतिविधि अपनाएँ
नियमित शारीरिक गतिविधि से शरीर में सुधार होता है और यह जीवनकाल बढ़ा सकता है। व्यायाम के लिए ऐसी गतिविधियों का चुनाव करें जो आपको पसंद हों, जैसे पैदल चलना, साइकिल चलाना या नौकायन करना। स्वस्थ आहार का आनंद लें
स्वस्थ आहार में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों को शामिल करें। उच्च सोडियम और अतिरिक्त चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचें।

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