अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आज बुधवार को ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ (जैसे को तैसा कर) की घोषणा करने वाले हैं। व्हाइट हाउस के अनुसार, ट्रम्प आज शाम 4 बजे (स्थानीय समय) रोज गार्डन में आयोजित ‘मेक अमेरिका वेल्दी अगेन’ इवेंट में भाषण देंगे। इसी इवेंट में ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ को लेकर ऐलान किया जाएगा। व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने जानकारी दी कि घोषणा के तुरंत बाद ही टैरिफ को लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रम्प इस टैरिफ को लेकर पूरी तरह से निर्णय ले चुके हैं और इसे अमेरिकी जनता और वर्कर्स के लिए एक परफेक्ट डील बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
क्या है रेसिप्रोकल टैरिफ?
रेसिप्रोकल टैरिफ एक प्रकार का सीमा शुल्क (बॉर्डर फीस) है, जो एक देश दूसरे देश से आने वाले सामान पर लगाता है। यह आयात करने वाली कंपनियों पर लगाया जाता है और व्यापार को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इजराइल ने हटाई कस्टम ड्यूटी, अमेरिका का व्यापारिक भागीदार
दूसरी ओर, इजराइल ने अमेरिका से आने वाले उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी पूरी तरह से हटा दी है। अमेरिका, इजराइल का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। इजराइल ने 2024 में अमेरिका को करीब 17.3 बिलियन डॉलर का निर्यात किया था।
इजराइली सरकार के अनुसार, 1985 में हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के कारण लगभग 99% अमेरिकी उत्पादों पर पहले से ही कस्टम ड्यूटी नहीं लगती है।
भारत पर भी लग सकता है 100% टैरिफ
ट्रम्प ने पहले ही संकेत दिए थे कि भारत पर 100% टैरिफ लगाया जा सकता है। अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन में उन्होंने कहा था कि भारत अमेरिका से 100% से ज्यादा टैरिफ वसूलता है, इसलिए अमेरिका भी ऐसा ही करेगा।
अप्रैल फूल से बचने के लिए 2 अप्रैल को लागू करेंगे टैरिफ
ट्रम्प ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वे इसे 1 अप्रैल से लागू करना चाहते थे, लेकिन फिर लोग इसे ‘अप्रैल फूल’ समझते। इसलिए उन्होंने 2 अप्रैल को इसे लागू करने का फैसला किया।