अमेरिका में एक बार फिर से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ जनसैलाब सड़कों पर नजर आया। शनिवार को देश के सभी 50 राज्यों में प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों को ‘50501 मूवमेंट’ नाम दिया गया है, जिसका अर्थ है – 50 राज्यों में 50 प्रदर्शन, एक आंदोलन।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति की टैरिफ वॉर नीतियों, सरकारी नौकरियों में हो रही छंटनी और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने के आरोपों पर खुलकर विरोध दर्ज कराया। राजधानी वॉशिंगटन डीसी में प्रदर्शनकारियों ने सीधे व्हाइट हाउस का घेराव किया और अपने बैनर-पोस्टरों के साथ सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
टेस्ला के शोरूम भी बने गुस्से का केंद्र
इन प्रदर्शनों का गुस्सा केवल ट्रम्प तक ही सीमित नहीं रहा। टेस्ला के शोरूमों पर भी विरोध जताया गया, क्योंकि लोगों का मानना है कि अरबपति व्यवसायी इलॉन मस्क की दक्षता नीतियां भी बेरोजगारी का बड़ा कारण बनी हैं। सरकारी विभागों में मस्क के प्रभाव से हज़ारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है, जिससे आम लोगों में भारी असंतोष है।
टैरिफ वॉर और अप्रवासी नीति बनी विरोध की जड़
ट्रम्प की आक्रामक टैरिफ पॉलिसी के चलते विदेशी वस्तुएं महंगी हो गई हैं, जिससे महंगाई का सीधा असर अमेरिकी नागरिकों की जेब पर पड़ रहा है। साथ ही, उनकी अप्रवासियों पर सख्ती की नीति को भी प्रदर्शनकारियों ने नागरिक अधिकारों के उल्लंघन के रूप में देखा है।
यह प्रदर्शन ट्रम्प के खिलाफ इस महीने का दूसरा बड़ा आंदोलन है। इससे पहले 5 अप्रैल को भी राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन हुए थे।
क्या घट रही है ट्रंप की लोकप्रियता
गैलप एजेंसी के ताजा सर्वे के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रम्प के पहले तीन महीने के कामकाज से केवल 45% अमेरिकी संतुष्ट हैं। हालांकि, ये आंकड़े उनके पिछले कार्यकाल की शुरुआत (41%) से थोड़े बेहतर हैं, मगर अब भी 1952 से अब तक के औसत (60%) से काफी नीचे हैं।
ट्रम्प की लोकप्रियता में यह गिरावट उनकी आर्थिक और सामाजिक नीतियों के विरोध का संकेत मानी जा रही है। एजेंसी का कहना है कि पद संभालते समय ट्रम्प की रेटिंग 47% थी, जो अब घटकर 45% रह गई है।

- अमेरिका के सभी 50 राज्यों में ‘50501 मूवमेंट’ के तहत डोनाल्ड ट्रम्प और इलॉन मस्क की नीतियों के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन हुए।
- प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस और टेस्ला के शोरूम का घेराव किया और टैरिफ वॉर, अप्रवासी विरोधी नीति और सरकारी छंटनी का विरोध जताया।
- प्रदर्शन का फोकस ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी और मस्क की दक्षता नीति से हो रही छंटनी पर रहा, जिससे आम नागरिकों पर आर्थिक बोझ बढ़ा है।
- गैलप के सर्वे में ट्रम्प की लोकप्रियता घटकर 45% रह गई है, जो औसत राष्ट्रपतियों से कहीं कम है।
- यह इस महीने का दूसरा राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन है, जिससे आगामी चुनावों और नीति निर्माण पर बड़ा असर पड़ सकता है।