जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सेना को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है। शोपियां के केलर इलाके में मंगलवार को ऑपरेशन केलर के बाद भारतीय सेना ने एक सर्च अभियान चलाया। इसी दौरान शुकरू फॉरेस्ट इलाके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए। इस जखीरे में AK-47 राइफलें, हैंड ग्रेनेड, पिस्तौलें और हजारों की संख्या में गोलियां मिली हैं।
ऑपरेशन केलर में मारे गए थे लश्कर के आतंकी
13 मई को इसी इलाके में सेना ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तीन आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। मारे गए आतंकियों में लश्कर का टॉप कमांडर शाहिद अहमद कुट्टी भी शामिल था। सुरक्षाबलों को पहले से ही जानकारी थी कि इस इलाके में आतंकी मौजूद हैं और उन्होंने हथियार छिपाकर रखे हैं। इसी आधार पर ऑपरेशन केलर के बाद इलाके को पूरी तरह से खंगाला गया।
ADGPI ने दी थी ऑपरेशन की जानकारी
सेना की ओर से 13 मई की दोपहर करीब 12:53 बजे ADGPI ने सोशल मीडिया X पर ऑपरेशन केलर की जानकारी साझा की थी। बताया गया था कि सेना की राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को खुफिया इनपुट मिला था कि शोकल केलर इलाके में आतंकी मौजूद हैं। इसके बाद तुरंत ‘सर्च एंड डिस्ट्रॉय’ ऑपरेशन शुरू किया गया।
सीजफायर के बावजूद आतंकियों की घुसपैठ जारी
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौते के बाद भी जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां थमी नहीं हैं। सुरक्षाबल लगातार ऑपरेशन्स चला रहे हैं। शोपियां का इलाका पिछले कुछ महीनों से आतंकियों की सक्रियता के लिए चिन्हित किया गया है। सेना की कार्रवाई से एक बार फिर साफ हो गया है कि सीमा पार से आतंकियों को भेजने की साजिश जारी है।
हथियारों की बरामदगी से आतंकी साजिश का खुलासा
जंगल से मिले हथियार ये साबित करते हैं कि आतंकियों की बड़ी साजिश चल रही थी। AK-47, हैंड ग्रेनेड और पिस्तौल के साथ बड़ी मात्रा में गोलियां मिलने का मतलब है कि आतंकी लंबे समय तक किसी बड़े हमले की फिराक में थे। सेना की मुस्तैदी से एक बड़ा खतरा टल गया है।

- शोपियां के केलर इलाके में जंगल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए।
- AK-47, पिस्तौल, हैंड ग्रेनेड और हजारों गोलियां मिलीं।
- 13 मई को इसी इलाके में लश्कर के 3 आतंकी मारे गए थे।
- मारे गए आतंकियों में लश्कर का टॉप कमांडर शाहिद अहमद कुट्टी भी शामिल था।
- सेना के ऑपरेशन केलर से आतंकी साजिश का पर्दाफाश हुआ।