पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार शाम निधन हो गया। वे 78 वर्ष की थीं। अहमदाबाद के जायडस हॉस्पिटल में शाम करीब 7:15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
31 मार्च को गणगौर पूजन के दौरान दीपक की लौ से उनकी चुन्नी में आग लग गई थी, जिससे वे 90 प्रतिशत झुलस गई थीं। इस घटना के बाद से ही वे गंभीर अवस्था में थीं और इलाज के लिए उन्हें अहमदाबाद शिफ्ट किया गया था।
कल शाम को होगा अंतिम संस्कार
उनके भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि शुरू में स्वास्थ्य में सुधार नजर आ रहा था, लेकिन पिछले दो दिनों से तबीयत बिगड़ती चली गई।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि गिरिजा व्यास का पार्थिव शरीर देर रात तक उदयपुर लाया जाएगा। शुक्रवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक उनके देत्य मगरी स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जिसके बाद शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा।
राजनीति, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण में अहम योगदान
गिरिजा व्यास ने न सिर्फ राज्य और केंद्र सरकार में मंत्री पद संभाला, बल्कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष भी रहीं। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर महिलाओं के अधिकारों और कल्याण के लिए कई योजनाएं और प्रयास किए।
वर्ष 2018 में उन्होंने उदयपुर शहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया से हार का सामना करना पड़ा। वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की करीबी नेताओं में गिनी जाती थीं।
राजसमंद से उदयपुर तक का सफर
डॉ. व्यास का जन्म राजसमंद जिले के नाथद्वारा में हुआ था। उनके पिता स्वतंत्रता सेनानी और माता शिक्षिका थीं। उन्होंने अपनी शिक्षा उदयपुर यूनिवर्सिटी (वर्तमान मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी) से पूरी की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
वह उदयपुर की सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र की प्रोफेसर भी रहीं। उनका जीवन शिक्षा, सेवा और संघर्ष से जुड़ा रहा।
कांग्रेस नेताओं ने जताया शोक
डॉ. गिरिजा व्यास के निधन पर कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने शोक प्रकट किया है। उनका जाना कांग्रेस के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। उनकी कार्यशैली और समाजसेवा की भावना को लंबे समय तक याद किया जाएगा।
- डॉ. गिरिजा व्यास, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता का निधन अहमदाबाद में इलाज के दौरान हुआ।
- 31 मार्च को गणगौर पूजा के दौरान उनकी चुन्नी में आग लगने से वे 90% झुलस गई थीं।
- उन्हें उदयपुर से अहमदाबाद के जायडस हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था, जहां गुरुवार शाम 7:15 बजे उनका देहांत हुआ।
- उनका पार्थिव शरीर उदयपुर लाया जाएगा, जहां शुक्रवार सुबह 10 से 12 बजे तक अंतिम दर्शन और शाम 4 बजे अंतिम संस्कार होगा।
- डॉ. व्यास ने केंद्रीय मंत्री, महिला आयोग अध्यक्ष और राजस्थान कांग्रेस प्रमुख जैसे पदों पर कार्य किया और वे राजीव गांधी की करीबी मानी जाती थीं।