हरियाणा सरकार द्वारा पाकिस्तानियों को राज्य छोड़ने के लिए दिए गए 48 घंटे का अल्टीमेटम रविवार शाम 6 बजे समाप्त हो गया। इसके बाद, पुलिस और CID की जॉइंट टीमों ने सोमवार से प्रदेश भर में रेड शुरू कर दी है। अब तक गुरुग्राम और हिसार में कई पाकिस्तानी नागरिकों को बाहर निकाला जा चुका है और इस कार्रवाई को और तेज किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान के नागरिकों के अलावा अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों पर भी कार्रवाई की जा रही है।
यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया है। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से फोन पर बात की और पाकिस्तानियों को राज्य से बाहर निकालने का निर्देश दिया। इसके परिणामस्वरूप हरियाणा सरकार ने 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जिसका समय रविवार शाम समाप्त हो गया।
पुलिस और CID की जॉइंट रेड
इस कार्रवाई के तहत पुलिस और CID की जॉइंट टीमें अब राज्यभर में पाकिस्तानियों के खिलाफ छापेमारी कर रही हैं। गुरुग्राम में पुलिस ने एक पाकिस्तानी महिला को पकड़ा और उसे दिल्ली स्थित अटारी बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान वापस भेज दिया। महिला के पास 24 मई तक का शॉर्ट टर्म वीजा था, लेकिन उसे पाकिस्तान भेजने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा, गुरुग्राम में अभी भी आठ पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें तीन महिलाएं और एक बच्ची शामिल हैं। इन नागरिकों के वीजा की स्थिति भी संदिग्ध है और उन्हें पुलिस की निगरानी में रखा गया है।
हिसार में, पुलिस ने 15 पाकिस्तानी नागरिकों को पकड़ा और उन्हें दिल्ली स्थित पाकिस्तानी कैंप में भेज दिया। यह परिवार पिछले सात महीनों से भारत में अवैध रूप से रह रहा था। परिवार ने भारतीय सरकार से लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे मंजूरी नहीं मिली।
महेंद्रगढ़ में बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी
महेंद्रगढ़ जिले में पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 14 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। इन बांग्लादेशी नागरिकों के पास फर्जी आधार कार्ड पाए गए, जो पश्चिम बंगाल के पते पर बनाए गए थे। पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह लोग पिछले तीन साल से महेंद्रगढ़ के आकोडा गांव के पूजा ईंट-भट्ठे पर काम कर रहे थे। पुलिस ने रविवार को इस ईंट-भट्ठे पर छापा मारा, जहां ये 14 बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से मजदूरी करते हुए पाए गए।
इन बांग्लादेशी नागरिकों में 3 पुरुष, 4 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल थे। यह परिवार 2008 और 2021 के बीच भारत में अवैध रूप से प्रवेश कर चुके थे। पुलिस ने अब इनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के बाद इनकी पूरी जांच की जा रही है।
गुरुग्राम में कश्मीरी स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट
गुरुग्राम में कुल 148 कश्मीरी स्टूडेंट्स का अध्ययन हो रहा है। कश्मीरी स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने विशेष अलर्ट जारी किया है। पुलिस ने इन स्टूडेंट्स से संपर्क बनाए रखा है और उन्हें किसी भी अप्रिय घटना की सूचना देने के लिए पुलिस अधिकारियों के नंबर भी दिए हैं। पुलिस ने स्थानीय कॉलेज और विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी स्टूडेंट्स को हिदायत दी है कि अगर उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना करना पड़े, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
पानीपत में पाकिस्तानी परिवार की स्थिति पर अनिश्चितता
पानीपत के चढ़ाऊ मोहल्ला में एक पाकिस्तानी परिवार पिछले कई वर्षों से रह रहा है। नंदलाल नामक व्यक्ति अपने परिवार के साथ 2001 में भारत आया था और भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था। 2009 में परिवार के पांच सदस्य और 2017 में नंदलाल को भारतीय नागरिकता मिल गई थी, लेकिन उसकी पत्नी, बेटा और बेटी अब तक भारतीय नागरिकता से वंचित हैं।
नंदलाल का कहना है कि उन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करते समय पाकिस्तान का आईडी प्रूफ भी जमा किया था, जिसे प्राप्त करने के लिए उन्हें पाकिस्तान जाना पड़ा था। इसके बाद, उनकी बेटी का भारतीय पासपोर्ट पाकिस्तान में लाकर बदल दिया गया, जिससे अब यह परिवार भारतीय नागरिकता के लिए फिर से आवेदन करने की प्रक्रिया में है।