हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की संदिग्ध मौत के चार दिन बाद भी पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका है। परिवार DGP शत्रुजीत कपूर को हटाने और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा है। इसी बीच 15 अफसरों पर FIR दर्ज होने के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने 6 सदस्यीय SIT बनाई है। परिवार की सुरक्षा बढ़ाई गई है और DGP कपूर की छुट्टी लगभग तय मानी जा रही है। तीन अफसर—आलोक मित्तल, ओपी सिंह और अरशिंद्र सिंह चावला—इस पद की दौड़ में हैं।
पोस्टमॉर्टम पर परिवार का विरोध जारी
हरियाणा के सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार की मौत को चार दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है। परिवार DGP शत्रुजीत कपूर को पद से हटाने और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा है। सरकार की ओर से ग्रामीण विकास मंत्री कृष्ण लाल पंवार को परिवार से बातचीत के लिए भेजा गया, लेकिन वे भी परिवार को राजी नहीं कर सके। परिवार का कहना है कि पहले जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई हो, तभी वे पोस्टमॉर्टम की अनुमति देंगे।
15 अफसरों पर दर्ज हुई FIR
गुरुवार देर रात चंडीगढ़ के सेक्टर 11 थाने में हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी, DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया समेत 15 अफसरों पर FIR दर्ज की गई। यह FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108, 3(5) और SC/ST एक्ट की धारा 3(1)(r) के तहत हुई है। यह हरियाणा के इतिहास में पहली बार है जब इतने वरिष्ठ अधिकारियों पर एक साथ केस दर्ज हुआ है। अब इस केस की जांच SIT को सौंपी गई है।
SIT का गठन और जांच की जिम्मेदारी
चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को IG पुष्पेंद्र कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय SIT बनाई है। इस टीम में SSP कंवरदीप कौर समेत वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। SIT को मामले की पूरी जांच की जिम्मेदारी दी गई है, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि IPS पूरन कुमार की मौत किन हालात में हुई। टीम को जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश हैं। उधर, परिवार की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश भी जारी किए गए हैं और सेक्टर 24 स्थित उनके सरकारी घर के बाहर पुलिस बूथ बना दिया गया है।
DGP शत्रुजीत कपूर की हो सकती है छुट्टी, नए नामों पर चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, DGP शत्रुजीत कपूर की छुट्टी लगभग तय मानी जा रही है। उनकी जगह के लिए तीन नामों पर चर्चा चल रही है—IPS आलोक मित्तल, ओपी सिंह और अरशिंद्र सिंह चावला। इनमें से आलोक मित्तल ने हाल ही में CM नायब सैनी से मुलाकात भी की है। ओपी सिंह की रिटायरमेंट नजदीक होने के कारण उनके चयन की संभावना कम मानी जा रही है। आलोक मित्तल और अरशिंद्र सिंह दोनों को हाल ही में DG रैंक दी गई है। जल्द ही इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
NCSC चेयरमैन ने कहा- परिवार को मिलेगा न्याय
शुक्रवार शाम राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) के चेयरमैन अशोक मकवाना IG पूरन कुमार के परिवार से मिलने उनके सरकारी आवास पहुंचे। उन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक परिवार से बात की और भरोसा दिलाया कि आयोग इस पूरे मामले पर नज़र रखेगा। बाहर आकर मकवाना ने कहा कि परिवार को न्याय मिलेगा और कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा। इस बीच, परिवार ने FIR के फॉर्मेट पर भी आपत्ति जताई और SSP कंवरदीप कौर से नाराज़गी जताई।
कानूनी प्रक्रिया पर विशेषज्ञों की राय
सुप्रीम कोर्ट के वकील विराम गुप्ता ने बताया कि सरकारी अफसरों पर केस दर्ज करने में कोई रोक नहीं है, लेकिन मुकदमा शुरू करने से पहले सक्षम अधिकारी की अनुमति जरूरी होती है। अगर सरकार अनुमति नहीं देती, तो केस खारिज भी हो सकता है। चूंकि मामला केंद्र शासित चंडीगढ़ में दर्ज हुआ है और आरोपी हरियाणा कैडर के हैं, इसलिए जांच पूरी होने तक किसी बड़े एक्शन की संभावना फिलहाल कम है।

- हरियाणा के IG वाई पूरन कुमार की मौत के चार दिन बाद भी पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ।
- परिवार DGP शत्रुजीत कपूर और SP नरेंद्र बिजारणिया पर कार्रवाई की मांग पर अड़ा है।
- 15 अफसरों पर FIR दर्ज होने के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने 6 सदस्यीय SIT बनाई।
- DGP कपूर की छुट्टी तय मानी जा रही है, तीन नाम चर्चा में हैं।
- NCSC चेयरमैन ने परिवार से मिलकर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

