मंगलवार, नवम्बर 18, 2025
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हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में “स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग” पर कार्यशाला, विदेशी विशेषज्ञों ने सिखाई नई ट्रेनिंग तकनीकें

हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, राई (सोनीपत) में “स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें देश-विदेश के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को खेल विज्ञान से जुड़ी नई तकनीकों, ट्रेनिंग विधियों और चोटों की रोकथाम के आधुनिक तरीकों के बारे में विस्तार से बताया गया। इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता रहे डॉ. टिम डॉर्नेमन और श्री क्रेग शिंक (यूएसए), जबकि भारत से श्री नवीन चौहान और श्री अक्ष चौहान मौजूद रहे। कुलपति अशोक कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और कहा कि ऐसे आयोजन खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी हैं।

कार्यशाला में छात्रों की जबरदस्त भागीदारी

सोनीपत के राई स्थित हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में मंगलवार को आयोजित इस कार्यशाला में सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया। “स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग” विषय पर केंद्रित इस सत्र में छात्रों ने नई ट्रेनिंग विधियों और आधुनिक अभ्यास तकनीकों को बारीकी से समझा। छात्रों ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम उनके करियर के लिए बेहद मददगार हैं क्योंकि इन्हें मैदान पर सीधे लागू किया जा सकता है। कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने छात्रों से संवाद भी किया और उनकी ट्रेनिंग से जुड़ी शंकाओं का समाधान किया।

मुख्य वक्ताओं ने साझा किया अंतरराष्ट्रीय अनुभव

कार्यशाला में अमेरिका से आए डॉ. टिम डॉर्नेमन और श्री क्रेग शिंक ने स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, एक्सरसाइज साइंस और परफॉर्मेंस एनालिसिस से जुड़े कई अहम पहलुओं पर विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि आज का खेल विज्ञान खिलाड़ियों की फिटनेस, लचीलापन और रिकवरी प्रक्रिया में बड़ी भूमिका निभाता है। भारत से आए विशेषज्ञ श्री नवीन चौहान और श्री अक्ष चौहान ने बताया कि लगातार वैज्ञानिक तरीके से ट्रेनिंग करने से खिलाड़ी अपनी क्षमता को कई गुना बढ़ा सकते हैं।

कुलपति ने दी प्रेरणादायक सीख

विश्वविद्यालय के कुलपति अशोक कुमार (पूर्व डीजीपी, उत्तराखंड) ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में खेल केवल मेहनत नहीं बल्कि वैज्ञानिक समझ की भी मांग करता है। ऐसे आयोजन छात्रों और भावी कोचों के लिए जरूरी हैं क्योंकि ये उन्हें आधुनिक खेल जगत की दिशा से जोड़ते हैं। कुलपति ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और छात्रों को अपने क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यशाला के दो सत्र रहे आकर्षण का केंद्र

कार्यशाला को दो हिस्सों में बांटा गया था। पहले सत्र में विशेषज्ञों ने खेल प्रशिक्षण के वैज्ञानिक सिद्धांतों, मांसपेशियों के विकास, और ताकत को बनाए रखने की तकनीकों पर चर्चा की। दूसरे सत्र में कोर ट्रेनिंग, एक्टिवेशन और बैलेंस पर व्यावहारिक प्रदर्शन दिया गया। छात्रों ने मैदान पर खुद अभ्यास कर नई तकनीकों को सीखा। विशेषज्ञों ने समझाया कि शरीर का कोर हिस्सा “काइनेटिक चेन” कहलाता है और यह खिलाड़ी के हर मूवमेंट का आधार होता है।

छात्रों और प्रशिक्षकों के लिए रहा फायदेमंद

दिनभर चली यह कार्यशाला छात्रों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुई। प्रतिभागियों ने माना कि इस तरह की गतिविधियां उन्हें खेल प्रदर्शन सुधारने, चोटों से बचाव और फिटनेस बनाए रखने में मदद करती हैं। आयोजक प्रो. (डॉ.) योगेश चन्द्र ने कहा कि विश्वविद्यालय समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम करता रहेगा ताकि छात्रों को खेल विज्ञान के नए आयामों की जानकारी मिलती रहे। यह आयोजन छात्रों के तकनीकी ज्ञान, शारीरिक दक्षता और व्यावसायिक विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

 Nationalbreaking.com । नेशनल ब्रेकिंग - सबसे सटीक
  1. हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, राई में “स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग” कार्यशाला का आयोजन हुआ।
  2. अमेरिका से डॉ. टिम डॉर्नेमन और क्रेग शिंक मुख्य वक्ता रहे।
  3. कुलपति अशोक कुमार ने कार्यशाला का उद्घाटन कर छात्रों को प्रेरित किया।
  4. दो सत्रों में खेल विज्ञान, कोर ट्रेनिंग और फिटनेस पर व्यावहारिक सत्र हुए।
  5. कार्यशाला से छात्रों की खेल दक्षता और वैज्ञानिक समझ में बढ़ोतरी हुई।
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