7-8 मई 2025 की रात पाकिस्तान ने भारत के जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट से लेकर भुज तक फैले 15 सैन्य ठिकानों पर एक साथ ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। हमला F-16 और JF-17 जैसे फाइटर जेट्स से भी हुआ। पाकिस्तान ये हमला भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” के जवाब में कर रहा था, जिसमें भारत ने PoK और पाकिस्तान के आतंकी कैंपों पर सटीक मिसाइल स्ट्राइक की थी।
IAF का Integrated Air Defence System कैसे आया काम
इस पूरे हमले को भारतीय वायुसेना के Integrated Air Defence System ने रोक दिया। IAF का ये सिस्टम मल्टी-लेयर सुरक्षा देता है, जो किसी भी एरियल थ्रेट को रियल टाइम में पहचानता, ट्रैक करता और तबाह करता है। इसका संचालन AFNET नाम की डिजिटल नेटवर्क के जरिए होता है, जो रडार, सेंसर और मिसाइलों को आपस में जोड़ता है।
S-400 से लेकर स्पाइडर तक, हर स्तर पर सुरक्षा
भारत के पास दुनिया के सबसे खतरनाक एयर डिफेंस सिस्टम्स हैं—
- S-400: 400 किमी तक मार करने वाला ये रूस से लिया गया सिस्टम फाइटर जेट, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर देता है।
- बराक-8 और आकाश: मीडियम रेंज के ये सिस्टम ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को नीचे गिराते हैं।
- SPYDER और ज़ु-23-2: ये शॉर्ट रेंज सिस्टम पास आते ही टारगेट को शूट करते हैं।
- C-UAS ग्रिड: ये खासतौर पर ड्रोन झुंडों को ट्रैक कर उन्हें जैमर और डायरेक्टेड एनर्जी से मार गिराता है।
पाकिस्तानी हमले को कैसे रोका गया
जैसे ही पाकिस्तान ने हमला शुरू किया, IAF के रडार सिस्टम्स ने श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट और पश्चिमी भारत के आसमान में ड्रोन-मिसाइलों को ट्रैक कर लिया।
- S-400 ने लंबी दूरी की मिसाइलों और F-16 जैसे फाइटर जेट्स को इंटरसेप्ट कर मार गिराया।
- आकाश-एनजी और बराक-8 ने कम ऊंचाई पर उड़ रहे ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को खत्म किया।
- ज़ु-23-2 जैसे पुराने लेकिन तेज गन सिस्टम्स ने वो ड्रोन रोके जो पहले राउंड से बच निकले थे।
- C-UAS ग्रिड ने ड्रोन झुंडों को जैम और डिस्ट्रॉय किया।
जवाबी हमला: लाहौर की एयर डिफेंस यूनिट तबाह
भारत ने जवाबी कार्रवाई में 8 मई की सुबह लाहौर में पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को खत्म कर दिया। हार्पी ड्रोन और संभवतः S-400 से हमला हुआ। लाहौर के कैंटोनमेंट एरिया में धमाके के बाद दहशत फैल गई और उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
ऑपरेशन सिंदूर और भारत की तैयारी
ऑपरेशन सिंदूर, जिसमें भारत ने आतंकियों के 9 ठिकाने तबाह किए, उसी के बाद पाकिस्तान ने हमला किया था। लेकिन IAF के सिस्टम ने उनकी रणनीति को नाकाम कर दिया। जम्मू और भुज में मिले मलबे से साफ हुआ कि भारत ने पाकिस्तान के 25 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलें हवा में ही उड़ा दीं।
पाकिस्तानी सेना के दावे की पोल खुली
पाक सेना ने दावा किया कि उन्होंने 25 भारतीय ड्रोन मार गिराए, लेकिन भारत ने इस दावे को झूठा बताया। भारत को इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ, जबकि पाकिस्तान को लाहौर जैसे सेंसिटिव मिलिट्री ज़ोन में भारी नुकसान झेलना पड़ा।
टेक्नोलॉजी और रणनीति में भारत आगे
- भारत का सिस्टम IACCS से नेटवर्क-सेंट्रिक है, जो हर यूनिट को जोड़ता है।
- भारत के पास स्वदेशी (आकाश, आकाशतीर) और विदेशी (S-400, SPYDER) दोनों तरह की टेक्नोलॉजी है।
- पाकिस्तान की HQ-9 और स्पाडा जैसी प्रणालियां भारत के मुकाबले कमजोर हैं।
भारत का संयम, युद्ध से दूरी
भारत ने जवाबी हमला तो किया, लेकिन अपने जवाब को सीमित रखा ताकि युद्ध की स्थिति न बने। रक्षा मंत्रालय ने साफ किया कि भारत तब तक संयम बरतेगा जब तक पाकिस्तान हालात बिगाड़ने की कोशिश न करे।

- पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात भारत के 15 मिलिट्री ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए।
- IAF के Integrated Air Defence System ने पूरे हमले को नाकाम कर दिया, भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ।
- भारत ने जवाब में लाहौर में पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया।
- भारत की मल्टी-लेयर सुरक्षा प्रणाली में S-400, बराक-8, आकाश और C-UAS जैसे सिस्टम शामिल हैं।
- टेक्नोलॉजी और रणनीति दोनों में भारत ने पाकिस्तान पर बढ़त दिखाई, और युद्ध से बचने की नीति पर कायम रहा।