भारतीय सेना ने रविवार को ऑपरेशन सिंदूर का एक वीडियो जारी किया। वीडियो में उन पाकिस्तानी चौकियों का मलबा दिखाया गया, जहां से 10 मई को सीजफायर उल्लंघन हुआ था। वीडियो में बताया गया कि आर्टिलरी और सटीक ड्रोन‑स्ट्राइक से पाकिसतानी चौकियां मिट्टी में मिला दी गईं ताकि आगे कोई घुसपैठ की गुंजाइश न रहे।
DGMO स्तर की वार्ता आज नहीं, पर समझौता बरकरार
सेना मुख्यालय ने साफ किया कि भारत‑पाक DGMO (Director General of Military Operations) बातचीत रविवार को निर्धारित नहीं है। 12 मई को हुई पिछली बैठक में जिस सीजफायर सहमति पर दोनों पक्ष राज़ी हुए, उसकी “कोई आख़िरी तारीख़ तय नहीं”—यह समझौता यथावत जारी रहेगा।
‘पहले चेतावनी दी, फिर कार्रवाई’: लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने विपक्षी आरोपों पर कहा, “ऑपरेशन शुरू होने से पहले पाकिस्तान को सूचित किया गया कि आतंकी ठिकाने निशाने पर होंगे। इस पर इस्लामाबाद ने वार्ता नकारते हुए ‘जवाबी प्रहार’ की धमकी दी।” सेना के अनुसार, उसके बाद ही सीमित‑दायरे की जवाबी कार्रवाई को अंतिम रूप दिया गया। वहीं विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑपरेशन आरंभ होने के बाद के घटनाक्रम की चर्चा की थी, “पहले सूचना” संबंधी आरोप भ्रामक हैं। मंत्रालय ने कहा, “भारत ने अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन किया है।
गौरतलब है कि शनिवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी नेऑपरेशन सिंदूर’ पर कहा था, ‘हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को जानकारी देना अपराध है। विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से माना है कि भारत सरकार ने ऐसा किया। इसके परिणामस्वरूप हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए।’