नेपाल में शुक्रवार शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.0 मापी गई। यह झटका शाम 7:52 बजे आया, जिसका केंद्र नेपाल के टालेंगाउ के पास, जमीन से 20 किलोमीटर गहराई में था।
इस भूकंप का असर सिर्फ नेपाल तक सीमित नहीं रहा। भारत के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी धरती हिली। यूपी की राजधानी लखनऊ और उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भी उसी समय भूकंप के झटके महसूस किए गए। स्थानीय लोगों में डर का माहौल बन गया, हालांकि फिलहाल किसी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
लगातार भूकंप से सहमा दक्षिण एशिया, सोलापुर में भी दर्ज हुआ था झटका
नेपाल और उत्तर भारत में आए भूकंप से एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में हल्का भूकंप महसूस किया गया था। इस भूकंप की तीव्रता 2.6 थी। लगातार भूकंप के झटकों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये झटके क्षेत्रीय टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल का नतीजा हो सकते हैं।
म्यांमार में बड़ा भूकंप, 3,085 लोगों की मौत, 341 लापता
नेपाल और भारत में भले ही जान-माल का नुकसान नहीं हुआ हो, लेकिन म्यांमार में हाल ही में आए शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। म्यांमार की सैन्य सरकार के अनुसार इस आपदा में अब तक 3,085 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसके अलावा 4,715 लोग घायल हुए हैं और 341 लोग अभी भी लापता हैं। म्यांमार और थाईलैंड की सीमा पर आए इस भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं और हजारों लोग बेघर हो गए। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं।
लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत
विशेषज्ञों की मानें तो भूकंप के झटकों के बाद लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। आपदा प्रबंधन विभाग ने सलाह दी है कि किसी भी झटके के बाद खुली जगहों में जाना चाहिए और अफवाहों से बचना चाहिए। भूकंप जैसी आपदाएं अचानक आती हैं, लेकिन थोड़ी सी सावधानी बड़े नुकसान से बचा सकती है। स्थानीय प्रशासन भी सतर्क है और किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयार रहने की बात कह रहा है।

- 5.0 तीव्रता का भूकंप नेपाल में आया, केंद्र टालेंगाउ के पास था।
- लखनऊ और पिथौरागढ़ में झटके महसूस किए गए, लोगों में दहशत का माहौल।
- भारत और नेपाल में अभी तक कोई नुकसान की सूचना नहीं।
- एक दिन पहले महाराष्ट्र के सोलापुर में 2.6 तीव्रता का हल्का भूकंप आया था।
- म्यांमार में भीषण भूकंप, 3,085 लोगों की मौत और 341 लापता।