हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ADGP वाई पूरन कुमार का चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास के बेसमेंट में मृत मिलने के बाद पुलिस ने आत्महत्या की शुरुआती आशंका जताई है। घटना की सूचना पर फोरेंसिक टीम, सीसीटीवी और बैलिस्टिक जांच शुरू कर दी गयी है। घर को सील कर साक्ष्य सुरक्षित किए गए हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सटीक कारण स्पष्ट होगा। परिवार को सूचित कर आगे की कानूनी कार्रवाई और गहन जांच जारी रखी गयी है।
कब हुआ घटना का खुलासा
चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित सरकारी आवास में ADGP वाई पूरन कुमार की संदिग्ध मौत की सूचना पर पुलिस को सवा एक बजे फोन आया. फोरेंसिक और लोकल टीम मौके पर पहुंची तो बेसमेंट में खून से लथपथ शव पड़ा मिला और पास में सर्विस गन पड़ी थी. शुरुआती जांच में पुलिस ने आत्महत्या की आशंका जताई पर कोई सुसाइड नोट हाथ नहीं आया. पुलिस ने घर को सील कर साक्ष्य इकट्ठा करना शुरू किया और आसपास के लोगों से बयान दर्ज किए. जांच में किसी भी एंगल से तथ्य सामने आने पर आगे की कार्रवाई होगी.
घर में अकेले थे घटना के समय
ADGP पूरन कुमार के घर पर उनकी पत्नी अमनीत पी कुमार मौजूद नहीं थीं क्योंकि वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान के सरकारी दौरे पर हैं. अमनीत हरियाणा कैडर की सीनियर IAS अधिकारी हैं और नागरिक उड्डयन व भविष्य विभाग की कमिश्नर-सचिव हैं. वे दोनों 2001 बैच के प्रतिष्ठित अधिकारी माने जाते हैं और उनका करियर प्रशासनिक व पुलिस सेवा में जाना जाता रहा है. इस जोड़ी की समाज में साख स्पष्ट थी इसलिए अचानक हुई मौत ने प्रशासन में गंभीर चिंता पैदा कर दी और कई वरिष्ठ अधिकारी हैरान हैं.
साउंडप्रूफ बेसमेंट
पुलिस सूत्रों के अनुसार ADGP वाई पूरन कुमार ने सुसाइड से पहले अपने सुरक्षा कर्मियों को बाहर भेजने का निर्देश दिया और वह बेसमेंट में गए. बेसमेंट साउंडप्रूफ था इसलिए किसी ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी. वहां एक कुर्सी पर बैठकर उन्होंने अपनी सर्विस गन से खुद को गोली मारी. घर के अन्य हिस्सों में जो लोग थे उनसे सख्त पूछताछ की जा रही है ताकि घटना से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात सामने आ सके. इस तरह की सुसाइड घटनाओं में जांच समय लेती है और हर प्रमाण की पड़ताल जरूरी होती है। साफ सबूत मिलेंगे.
फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी
पुलिस ने पूरे घर को सील कर दिया है और बेसमेंट, मुख्य द्वार तथा अन्य हिस्सों का फॉरेंसिक निरीक्षण शुरू कर दिया गया है. सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है ताकि घटना से पहले या बाद किसी के आने-जाने का समय मिल सके. गन और गोलियों के निशानों की बैलिस्टिक परीक्षण के लिए नमूने भेजे गए हैं. पोस्टमॉर्टम के लिए शव भेज दिया गया है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सटीक कारण तय होगा. जांच टीम हर संभावित संकेत की पड़ताल कर रही है और साक्ष्य सुरक्षित रखे जा रहे हैं.
कौन थे वाई पूरन कुमार?
ADGP वाई पूरन कुमार हरियाणा कैडर के 2001 बैच के IPS अधिकारी थे और वे इस समय पुलिस ट्रेनिंग सेंटर सुनारिया रोहतक में इंक्रीमेंटल जिम्मेदारी पर थे. अपने करियर में उन्होंने कई अहम इकाइयों का नेतृत्व किया और आज भी सहकर्मियों में उनकी ईमानदारी और अनुशासन के लिए चर्चा रहती है. जानकारों का कहना है कि वे काम के प्रति समर्पित और संवेदनशील स्वभाव के अधिकारी थे. पिछले कुछ महीनों से वे निजी तौर पर तनाव में दिखे और उनकी बातचीत कम हो गई थी. इस वजह से कई लोग घटना पर हैरान हैं. अभी.
प्रशासन में शोक और आगे की कार्रवाई
खबर फैलते ही हरियाणा पुलिस और प्रशासन गंभीरता से हतप्रभ हो गए. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को जापान दौरे के दौरान घटना की सूचना दी गयी और राज्य सरकार ने त्वरित उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए. वरिष्ठ अधिकारी घटना पर शोक जताते हुए नागरिकों से अफवाह न फैलाने की अपील कर रहे हैं. जांच टीम के निर्देश पर सभी फाइलें और रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई तेज होगी. परिवार और सहयोगियों को निजी समय देने की अपील की गयी है. रिपोर्ट आने पर ही सब स्पष्ट होगा.

- चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित सरकारी आवास के बेसमेंट में ADGP वाई पूरन कुमार का शव मिला।
- मौके से सर्विस गन बरामद, पुलिस ने घर सील कर फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए।
- घटना के समय पत्नी विदेश में थीं; दोनों अधिकारी 2001 बैच के प्रतिष्ठित जोड़े माने जाते हैं।
- सीसीटीवी और बैलिस्टिक जांच के साथ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार, उच्चस्तरीय जांच आर्डर जारी।
- राज्य सरकार ने शोक प्रकट कर अफवाहें न फैलाने का अनुरोध किया, कानूनी कार्रवाई और जांच जारी है।

